पिछले कुछ सालों में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण दुनिया की सबसे मजबूत इकाई के रूप में उभर सामने आई है। खास तौर से इशांत शर्मा, मोहम्मद शमी और जपसप्रीत बुमराह की तिकड़ी ने दुनिया के बड़े से बड़े बल्लेबाजों के मन में खौफ पैदा किया। इस शानदार गेंदबाजी तिकड़ी के दमपर पर ही भारतीय टीम ने देश और विदेश दोनों ही अपने झंडे गाड़े।
भारतीय तेज गेंदबाजों को लेकर ऐसा ही एक खुलासा ऑस्ट्रेलिया के ओपनर बल्लेबाज मार्कस हैरिस ने किया जिसमें उन्नोंने बताया कि साल 2018 में पर्थ में खेले गए टेस्ट मैच के दौरान कैसे बुमराह, शमी और इशांत शर्मा का सामना करने में उनके पसीने छूट गए थे।
विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने साल 2018-19 में चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गई थी। भारत ने पहले टेस्ट मैच में ही शानदर जीत के साथ सीरीज में विजयी शुरुआत की।
दूसरा टेस्ट मैच पर्थ में खेला जाना था। इस मुकाबले में भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों पर कहर बनकर टूटे थे लेकिन खराब बल्लेबाजी के कारण टीम इंडिया को यह मैच गंवाना पड़ा।
ओटीटी प्लेटफॉर्म 'अमेजन प्राइम' पर हाल ही में रिलीज हुई बेव सीरीज 'द टेस्ट' में हैरिस ने खुलासा करते हुए कहा, ''मैं काफी डर गया था, ''भारतीय तेज गेंदबाजों का पर्थ की पिच पर सामना करना खतरनाक था। यह टीवी पर देखने में शायद अच्छा लग रहा होगा, लेकिन पिच पर खेलना बहुत ही मुश्किल था। यह किसी बुरे सपने से कम नहीं था।''
इस मैच में शमी की आग उगलती गेंद हैरिस के हेलमेट पर जा लगी थी जिसके कारण मैदान पर एक पल के लिए दहशत का माहौल का हो गया था। वहीं इसी मुकाबले में एरॉन फिंच भी चोट के कारण रिटायर हर्ट हो गए थे, भारतीय गेंदबाजों का सामना करते हुए उनके उंगली में चोट लगी थी।
पर्थ टेस्ट में शमी का प्रदर्शन शानदार रहा था। उन्होंने दूसरी पारी में सिर्फ 56 रन खर्च कर 6 विकेट हासिल किए थे। कंगारू टीम की दूसरी पारी 243 रन पर सिमट गई थी लेकिन भारतीय टीम की बल्लेबाजी दूसरी पारी में पूरी तरह से नाकाम साबित रही और महज 140 रनों पर सिमट गई, जिसके कारण मेहमान टीम ने इस मैच को 146 रनों से जीतकर सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली।
हालांकि भारतीय टीम ने बॉक्सिंग डे टेस्ट में जोरदार वापसी की और ऑस्ट्रेलिया को 137 रन से हराकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी अपने नाम की। सीरीज का चौथा टेस्ट ड्रॉ हुआ और भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने में कामयाब हुआ था।