शिमला: भारत-पाक के बीच विश्व टी20 मैच को लेकर चल रही अनिश्चितता खत्म होने का नाम ही नहीं ले रही क्योंकि पूर्व सैनिकों की लीग के राज्य प्रमुख ने धर्मशाला में मैच करवाने के लिए बीसीसीआई के सामने शर्त रख दी है। इस शर्त के अनुसार मैच उसी स्थिति में होने दिया जाएगा, जब जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का सिर कलम करके धर्मशाला लाएंगे। उन्होंने कहा कि इसके अलावा किसी भी सूरत में क्रिकेट मैच को नहीं होने दिया जाएगा।
पूर्व सैनिक लीग के राज्य प्रमुख मेजर विजय सिंह मनकोटिया सेवानिवृत्त ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘‘आतंक और टी20 एक साथ नहीं हो सकते। इस मुद्दे पर कुछ भी लिया-दिया नहीं जा सकता क्योंकि इसमें लोगों की भावनायें जुड़ी हैं जो पठानकोट एयरबेस में आतंकी हमले से काफी आहत हैं जिसमें हिमाचल के दो सैनिकों की जान चली गई थी। ’’ उन्होंने कहा कि बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर बार-बार इस मैच से होने वाले मुनाफे की रकम का कुछ हिस्सा शहीद परिजनों को देने की बात कर रहे हैं जो शहीदों का अपमान है।
मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने कहा कि पूर्व सैनिक धर्मशाला में मैच के विरोध में 10 मार्च से धरना शुरू करेंगे। उन्होंने कहा कि मैच को किसी भी स्थिति में रोकने के लिए डू और डाई का नारा दिया गया है। इसके लिए पूर्व सैनिक मैच के विरोध में सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने दावा किया कि खुफिया जानकारी में सूचना मिली है कि मैच को देखने के लिए 5 से 7 हजार पाकिस्तानी भी कश्मीर से होते हुए धर्मशाला पहुंच रहे हैं जो वहां पाकिस्तान का झंडा फहराने के अलावा पाकिस्तान की टीम के समर्थन में नारेबाजी भी करेंगे। उन्होंने कहा कि इससे ज्यादा शहीदों का कोई अपमान नहीं हो सकता।
भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले टी-20 वल्र्ड कप मैच को लेकर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह और बीसीसीआई सचिव के बीच बैठक बेनतीजा रहने के बाद मैच पर खतरे के बादल मंडराने लगे हैं। मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने पत्रकार वार्ता करके अपनी तरफ से स्थिति स्पष्ट कर दी है।