दुबई: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी हालिया आलोचनाओं पर पहली बार खुलकर बात की है। 'कैप्टन कूल' ने संयुक्त अरब अमीरात से प्रकाशित होने वाले अखबार 'खलीज टाइम्स' से बात करते हुए आलोचनाओं पर अपना पक्ष रखते हुए कहा कि सबके अपने-अपने विचार होते हैं। आपको बता दें कि धोनी के पूर्व साथी खिलाड़ियों अजीत अगरकर और वीवीएस लक्ष्मण ने टी20 फॉर्मैट में धोनी के भविष्य पर सवाल उठाए थे।
अपनी आलोचनाओं पर बात करते हुए धोनी ने कहा, 'सबके अपने-अपने विचार होते हैं और इसकी कद्र की जानी चाहिए।' धोनी ने कहा कि देश का प्रतिनिधित्व करना ही उनकी सबसे बड़ी प्रेरणा है क्योंकि हम एक निश्चित अवधि के लिए ही क्रिकेट खेल पाते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग एक साल ही क्रिकेट खेल पाते हैं तो कुछ लोगों का करियर 20 साल तक चलता है। उन्होंने कहा, 'मान लीजिए आपकी जिंदगी 70 साल की है, इस तरह 10-15 साल उसके आगे कुछ नहीं है, लेकिन यही वह समय होता है जब आप गर्व से कह सकते हैं कि हम अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। सबसे पड़ी प्रेरणा भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा होना है।'
लक्ष्मण और सहवाग ने कही थी ये बातें
गौरतलब है कि वीवीएस लक्ष्मण ने धोनी की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा था कि अब समय आ गया है कि टी-20 फॉर्मैट के लिए धोनी का विकल्प तलाशा जाय। लक्ष्मण ने कहा था कि हालांकि धोनी खराब बल्लेबाजी नहीं कर रहे हैं लेकिन पिछले एक साल में उनका स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहना चिंता की बात है। वहीं वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि भारतीय क्रिकेट टीम को अभी महेंद्र सिंह धोनी की जरूरत है और वह खुद सही समय आने पर संन्यास ले लेंगे।