भारतीय टीम के पूर्व कप्तान व कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने इस दशक ( 2010-19 ) में सवा सौ करोड़ से ज्यादा भारतीयों के दिलों पर विश्वकप 2011 जीतकर राज किया है। इतना ही नहीं इसके साथ-साथ धोनी ने इंग्लैंड में खेली गई आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2013 पर भी कब्ज़ा किया। जिसके चलते अधिकतर क्रिकेट दिग्गजों ने उन्हें इस दशक की वनडे टीम का कप्तान भी नियुक्त किया है।
हालांकि देखा जाए तो कप्तानी और बल्लेबाजी के साथ-साथ धोनी ने इस दशक में अपनी विकेटकीपिंग से भी कमाल दिखाया है। उनकी चीते की फुर्ती जैसी स्टंपिंग के सभी कायल हैं। यही कारण है कि वो इस दशक के यानी साल 2010 से लेकर 2019 तक विकेट के पीछे कमाल की फुर्ती और चालकी से वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शिकार करने में भी सफल रहे हैं।
इस 10 सालों में धोनी ने बेमिसाल विकेटकीपिंग की है। जिसके चलते उन्होंने कुल 242 शिकार ( कैच और स्टंपिंग के द्वारा ) अपने नाम किए। इन शिकारों के लिए उन्होंने एक दशक में 196 वनडे मैचों में शिकरत की। इस साल धोनी ने अपना आखिरी मैच वनडे वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था। जिसके बाद से वो खुद को क्रिकेट से दूर रखे हुए हैं।
साल | खिलाड़ी | वनडे मैच | कुल शिकार |
1970s | रॉड मार्श | 21 वनडे | 35 शिकार |
1980s | जेफ डूजोन | 147 वनडे | 181 शिकार |
1990s | इयान हिली | 147 वनडे | 212 शिकार |
2000s | एडम गिलक्रिस्ट | 211 वनडे | 362 शिकार |
2010s | महेंद्र सिंह धोनी | 196 वनडे | 242 शिकार |
कप्तानी में भी सबसे आगे धोनी
वहीं विकेटकीपिंग के बाद अगर उनकी कप्तानी की बात करें तो सबसे ज्यादा वनडे जीत हासिल करने में वो सबसे आगे हैं। धोनी ने दशक में 71 वनडे जीत हासिल की जो किसी कप्तान द्वारा पिछले दशक में हासिल की जाने वाली सबसे ज्यादा जीत है।