भारतीय कप्तान विराट कोहली अपनी लाजवाब बल्लेबाजी और आक्रमकता भरी कप्तानी की वजह से पूरी दुनिया में मशहूर है। मैदान पर कोहली का जोश कई बार लोगों को रास नहीं आता और वो कहते हैं कि विराट इतने आक्रमक क्यों है। कोहली के इस जूझारूपन का बचाव भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी और बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य मदन लाल ने किया है। मदन लाल का कहना है कि पहले लोग भारतीय टीम के लिए आकमक कप्तान चाहते थे, अब हमें मिला है तो आप कहते हैं कप्तान को आक्रमकता छोड़ देनी चाहिए।
मदन लाल ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा "पहले हर किसी को आक्रमक कप्तान चाहिए था और अब आप चाहते हैं कि कोहली को अपनी आक्रमकता छोड़ देना चाहिए। मुझे पसंत है वो जिस अंदाज में मैदान पर रहता था। पहले लोग कहते थे कि भारतीय आक्रामक नहीं होते, अब जब हम आक्रामक हो गए हैं तो लोग पूछते हैं कि तुम इतने आक्रामक क्यों हो? मुझे कोहली का आक्रमण पसंत है, हमें उसी के जैसे कप्तान की जरूरत है।"
उन्होंने आगे कहा "वह फॉर्म में नहीं थे। आप कह सकते हैं कि उसमें आत्मविश्वास की कमी थी। न्यूजीलैंड सीरीज ने उससे कुछ नहीं छीना है। वह अभी भी विश्व का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी है। कई बार तकनीकी खामियां सामने आती हैं और आप बार-बार उससे पार पाने का प्रयास करते हैं लेकिन फिर भी आप इससे बाहर नहीं आते हैं। ऐसा सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के साथ होता है।"
2019 वर्ल्ड कप के बाद टीम इंडिया से बाहर चल रहे महेंद्र सिंह धोनी के बारे में मदन लाल ने कहा "धोनी का टीम में चयन करना चयनकर्ताओं की जॉब है, मुझे नहीं पता चयनकर्ता क्या सोच रहे हैं।"