पूरे विश्व में क्रिकेट बीच मार्च से ही बंद है और अब धीरे-धीरे वापसी की राह खोज रहा है। कोरोनावायरस के कारण पूरा क्रिकेट कैलेंडर गड़बड़ा गया और अब पूरे विश्व के अधिकारी क्रिकेट को दोबारा शुरू करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। इस संबंध में अभी तक सिर्फ वेस्टइंडीज और इंग्लैंड की टीम में ही कुछ प्रगति करती दिखी हैं। दोनों टीमों के खिलाड़ी जुलाई में प्रस्तावित तीन मैचों की टेस्ट सीरीज को ध्यान में रख अभ्यास पर लौट आए हैं। हालांकि भारत के पूर्व क्रिकेटर और और क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के सदस्य मदन लाल ने सभी हितधारकों से अपील की है कि वे इस मुश्किल समय में सावधानी से रहें।
मदन लाल ने आईएएनएस से कहा, "इंग्लैंड में जहां तक कोरोनावायरस की बात है तो चीजें सही नहीं लग रही हैं। देश में कई मौतें भी हो चुकी हैं। यह काफी मुश्किल स्थिति है।"
अगर कोरोनावायरस नहीं आता तो इस समय सभी खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन में खेल रहे होते, लेकिन इस महामारी के कारण ही आईपीएल को भी अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया गया है।
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मदन लाल ने कहा कि निकट भविष्य में अगर स्थिति बेहतर होती है तो अधिकारियों को इतने बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी के प्लान को लेकर तैयार रहना चाहिए। लेकिन उन्हें टूर्नामेंट की सुरक्षा का डर है और वे कहते हैं कि अगर टूर्नामेंट के बीच में कोई खिलाड़ी पॉजिटिव निकलता है तो क्या होगा?
सन् 1983 में विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे मदन लाल ने कहा, "मैं आईपीएल और टी-20 विश्व कप के आयोजन के पक्ष में हूं लेकिन इतने बड़े टूर्नामेंट्स को लेकर अच्छी रणनीति बनाने की जरूरत है। अगर कोरोनावायरस के मामले कम होते हैं तो अधिकारियों को सरकारी गाइडलाइंस का पालन करते हुए मेजबानी के लिए तैयार रहना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि इस तरह के टूर्नामेंट्स आयोजित कराना काफी मुश्किल होगा क्योंकि अगर स्टेडियम के अंदर कोई खिलाड़ी वायरस से संक्रमित हो जाता है तो आपको सब कुछ रोकना होगा।"
उन्होंने कहा कि आईपीएल, इससे जुड़े कई लोगों के जीवनयापन के लिए जरूरी है, इसलिए यह सिर्फ मनोरंजन की बात नहीं है, बल्कि यह कई लोगों के पेट भरने के लिए भी जरूरी है।
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दाएं हाथ के इस पूर्व गेंदबाज ने कहा, "अगर विश्व कप नहीं होता है तो उस समय नियंत्रित माहौल में आईपीएल हो सकता है। अगर आप स्थिति को देखते हुए 16 टीमों को एक देश में नहीं बुला सकते, तो, आईपीए खेला जा सकता है।"
उन्होंने कहा, "इस तरह की बातें हों, इसके लिए अभी कुछ महीने बाकी हैं, लेकिन मुझे लगता है कि अधिकारियों को तैयार रहना चाहिए। अगर भगवान की कृपया से सबकुछ ठीक होता है तो आप इसे करा सकते हैं। क्रिकेट के माध्यम से हजार लोगों का पेट भरेगा।"
इसी साल अक्टूबर-नवंबर में ऑस्ट्रेलिया में टी-20 विश्व कप होना है लेकिन कोविड-19 के कारण यह 2022 तक के लिए स्थागित भी किया जा सकता है। बीसीसीआई इसी समय सीमा में आईपीएल कराने पर विचार कर रही है।
मदनलाल ने कहा, "क्रिकेट करोड़ों डालर की इंडस्ट्री है और इस महामारी में सबसे ज्यादा प्रभाव भी इसे झेलना पड़ा है। मैं निजी तौर पर यह मानता हूं कि हमें जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए।"
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सरकार ने हाल ही में लॉकडाउन के चौथे चरण में कुछ छूटें दी थीं और इसी के चलते कुछ अकदामियां और कोचिंग सेंटर दिल्ली में खुल गए थे। इस पर मदनलाल ने कहा कि कोरोनावायरस के साथ-साथ दिल्ली में जारी गर्मी खेल के लिए काफी मुश्किलात पैदा कर रही हैं।
उन्होंने कहा, "कोरोनावायरस के पॉजिटिव मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, साथ ही दिल्ली में तापमान 48 डिग्री तक पहुंच गया है। लोग बीते तकरीबन 60 दिनों से घर में बैठे हैं , इसलिए गर्मी के आदी नहीं होंगे।"
उन्होंने कहा, "मैदान पर वापस लौटने के लिए लोगों को थोड़ा और इंतजार करना चाहिए। मेरी भी अकादमी है और मैं वो शख्स था जो रोज जाता था। लेकिन मैं बच्चों के स्वास्थ के साथ जोखिम नहीं ले सकता, क्योंकि अगर कुछ होता है तो मुझे इस बात का जिंदगी भर पछतावा रहेगा। क्रिकेट कुछ दिन इंतजार कर सकता है और एक बार चीजें बेहतर हो जाएं तो क्यों नहीं।"