बर्मिघम। इंग्लैंड ने 27 साल बाद विश्व कप के फाइनल में जगह बनाई है। इंग्लैंड ने गुरुवार को एजबेस्टन मैदान पर खेले गए आईसीसी विश्व कप-2019 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में मौजूदा विजेता ऑस्ट्रेलिया को हरा चौथी बार फाइनल में कदम रखा। इससे पहले इंग्लैंड ने 1992 के फाइनल में प्रवेश किया था, लेकिन इंग्लैंड के लिए यह सफर आसान नहीं रहा। 2015 में उसका विश्व कप बेहद खराब रहा था। टीम के कप्तान इयोन मोर्गन ने कहा है कि पिछले विश्व कप से लेकर इस विश्व कप तक के फाइनल में पहुंचने का सफर अविश्वसनीय है।
मोर्गन ने सेमीफाइनल मैच के बाद कहा, "1992 में मैं सिर्फ छह साल का था। मुझे याद नहीं कि क्या हुआ था लेकिन मैंने झलकियां देखीं हैं। अगर हम पीछे जाकर 2015 को देखते हैं और फिर रविवार को फाइनल में जाने तक के सफर को देखते हैं तो मुझे यह अविश्वसनीय लगता है। इसके लिए ड्रेसिंग रूम में मौजूद हर शख्स को श्रेय जाता है। परिणाम लाने के लिए हमें मिले मौकों का फायदा उठाना होगा।"
इंग्लैंड को इस विश्व कप में जीत का सबसे मजबूत दावेदार माना जा रहा था लेकिन लीग दौर के मध्य में वह लड़खड़ा गई थी और सेमीफाइनल में उसका जाना मुश्किल लग रहा था। मेजबान टीम ने दमदार वापसी की और अब फाइनल में जगह बना चुकी है।
मोर्गन ने कहा, "ग्रुप दौर से आत्मविश्वास लेना काफी जरूरी था। हमने मैच दर मैच बेहतर होने की बात की थी। इस मैच में हम पहली ही गेंद से लय हासिल कर आस्ट्रेलिया पर दबाव बनाना चाहते थे।"
क्रिस वोक्स ने इस मैच में तीन विकेट लिए जिसके लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया। वोक्स के बारे में कप्तान ने कहा, "मैं वोक्स के लिए बेहद खुश हूं। हम बेहद शांत स्वाभाव के खिलाड़ी हैं और बीते कुछ दिनों से हमारे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं। वह लगातार अपना काम कर रहे हैं।"