नई दिल्ली| भारत के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज अजय रात्रा ने देश भर में लागू मौजूदा लॉकडाउन का इस्तेमाल क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के शुरुआती स्तर के कोचिंग कोर्स को पूरा करने के लिए किया। भारतीय महिला टीम के साथ काम कर चुके और नवीनतम घरेलू सत्र में असम को कोचिंग देने वाले रात्रा सभी सात माड्यूल को पूरा करके प्रमाण पत्र हासिल कर चुके हैं। यह 38 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी पहले से ही बीसीसीआई का स्तर दो का कोच है और उनका अगला लक्ष्य स्तर तीन हासिल करना है।
रात्रा ने पीटीआई से कहा, ‘‘बीसीसीआई और क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने 2017 में संयुक्त रूप से कोर्स चालू किया और यह खत्म होने वाला था। इसे दोबारा शुरू करना था और इसके साथ ही मैंने सोचा कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया का कोर्स भी किया जाए। यह ऑनलाइन कोर्स था जिसके सात माड्यूल थे (जिसमें खेल के सभी विभागों को शामिल किया गया था)।’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब मैंने इन सभी को पास कर लिया तो छह अप्रैल को मुझे प्रमाण पत्र मिला। अब मैं क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के अगले स्तर का कोर्स करने का पात्र हूं। मैंने उसे करने की योजना बनाई है लेकिन फिलहाल प्राथमिकता बीसीसीआई के स्तर तीन को पास करना है।’’
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भारत की ओर से छह टेस्ट और 12 वनडे खेलने वाले रात्रा ने कहा कि कोर्स करने का मुख्य उद्देश्य लॉकडाउन के समय का सदुपयोग करना और अपनी जानकारी में इजाफा करना था। उन्होंने कहा, ‘‘विभिन्न क्रिकेट संस्कृतियों को हम जितना समझेंगे कोच के लिए यह उतना अच्छा होगा। बीसीसीआई का ढांचा काफी मजबूत है और यही कारण है कि वह विश्व स्तरीय खिलाड़ी तैयार कर रहा है।’’
राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के साथ भी काम करने वाले रात्रा ने कहा, ‘‘क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के कार्यक्रम में मुझे एक चीज रोचक यह लगी कि वे चाहते थे कि कोच अपने खिलाड़ियों से कहे कि उन्हें क्या करना है लेकिन यह नहीं बताए कि कैसे करना है। वे चाहते थे कि खिलाड़ी स्वयं इसका हल ढूंढे और इसके बाद कोच आगे उनकी मदद करे।’’
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कोरोना वायरस के कारण भविष्य अनिश्चित है और इस संदर्भ में रात्रा ने कहा, ‘‘असम के साथ कार्यकाल अच्छा रहा। पता नहीं भविष्य में क्या होगा लेकिन मैंने अंतरराष्ट्रीय टीमों (पूर्ण सदस्य या एसोसिएट सदस्य) के साथ काम करने का विकल्प खुला रखा है।’’