भारत के पूर्व प्रथम श्रेणी क्रिकेटर राजिंदर गोयल का 77 साल की उम्र में रविवार (21 जून) को निधन हो गया। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। राजिंदर गोयल की गिनती घरेलू क्रिकेट में दिग्गज स्पिनरों में होती थी। राजिंदर के बेटे नितिन गोयल ने भी प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला है और वर्तमान में घरेलू मैचों में मैच रेफरी की भूमिका निभा रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष रणबीर सिंह महेंद्रा ने राजिंदर गोयल के निधन पर शोक व्यक्त किया है। महेंद्रा ने कहा, ‘‘यह क्रिकेट के खेल और निजी तौर पर मेरी बहुत बड़ी क्षति है। वह इस देश में बायें हाथ के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक थे। संन्यास लेने के बाद भी उन्होंने इस खेल में बहुमूल्य योगदान दिया।’’
रणबीर सिंह के अलावा पूर्व भारतीय क्रिकेटर वसीम जाफर, पूर्व क्रिकेटर डोडा गणेश और भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह ने भी राजिंदर गोयल के निधर पर दुख प्रकट किया है।
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बता दें, बायें हाथ के स्पिनर राजिंदर गोयल भारतीय टीम में इसलिए जगह नहीं बना पाए क्योंकि उस दौर में बिशन सिंह बेदी भारत की ओर से खेलते थे। इस एक वजह से उनका भारत की ओर से खेलने का सपना कभी पूरा नहीं हो पाया।
गोयल ने 1958-59 से 1984-85 तक घरेलू क्रिकेट में हरियाणा की तरफ से रणजी ट्राफी में 637 विकेट लिये जोकि एक रिकार्ड है। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कुल 157 मैच खेलते हुए 750 विकेट चटकाए। गोयल ने करीब 44 साल तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला दिग्गज क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने अपनी किताब ‘आइडल्स’ में भी राजिंदर गोयल का जिक्र किया था।
(With PTI inputs)