मुंबई: IPL के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित जस्टिस आर.एम. लोढ़ा समिति के चेन्नई सुपर किंग्स और राजस्थान रॉयल्स को निलंबित करने के फैसले का स्वागत किया है। ललित मोदी ने IPL-6 के स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी मामले में लोढ़ा कमेटी द्वारा सुनाई गई सजा को ईमानदार फैसला और भारतीय क्रिकेट के लिए न्याय की संज्ञा दी।
मोदी ने ट्वीट किया कि, 'न्याय और ईमानदारी के लिहाज से महान निर्णय। इसमें कोई आश्चर्य नहीं है कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में पहला ईमानदार फैसला आया है, जो BCCI के बाहर से आया है। लोढ़ा कमेटी की रिपोर्ट अभी पहला कदम है। अभी यह समाप्त नहीं हुआ है, बल्कि इसे शुरुआत की तरह लेना चाहिए।'
गौरतलब है कि लोढ़ा कमेटी ने IPL सट्टेबाजी एवं स्पॉट फिक्सिंग मामले में सजा सुनाते हुए दोनों टीमों को दो-दो वर्ष के लिए निलंबित कर दिया। इसके अलावा चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व टीम अधिकारी गुरुनाथ मयप्पन और रॉयल्स के सह मालिक राज कुंद्रा पर BCCI से जुड़ी क्रिकेट गतिविधियों में शामिल होने से आजीवन प्रतिबंध लगा दिया। इसके अलावा दोनों दोषियों को किसी भी तरह की क्रिकेट गतिविधि से अधिकतम पांच वर्ष के लिए अलग से प्रतिबंधित किया गया है।
मोदी ने हालांकि टीमों को निलंबित करने को मामूली सजा बताते हुए कहा कि उन्हें हमेशा के लिए प्रतिबंधित कर देना चाहिए। मयप्पन BCCI के पूर्व अध्यक्ष एवं चेन्नई सुपर किंग्स के स्वामित्व वाली कंपनी इंडिया सीमेंट्स के मालिक एन. श्रीनिवासन ने कहा कि, 'इस मुद्दे पर मैं कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता। मेरा सुपर किंग्स से कोई संबंध नहीं है। इसका मुझसे कोई लेना-देना नहीं है। मैं इस्तीफा क्यों दूं।'
श्रीनिवासन की टिप्पणी पर मोदी ने ट्वीट किया कि, 'श्रीनिवासन की पहली प्रतिक्रिया हास्यास्पद रही। सुपर किंग्स का मुझसे कोई संबंध नहीं है, क्या वह हम सभी को सच में मूर्ख समझते हैं।'