लंदन। न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज काइल जैमीसन ने कहा कि भारत में महामारी के बीच इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) को छोड़ना एक 'दिलचस्प अनुभव' था लेकिन उन्हें विश्वास था कि उनके आसपास के 'अच्छे लोग' उनके पहले ब्रिटिश दौरे के लिये इंग्लैंड तक की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेंगे। जैमीसन और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने दिल्ली से मालदीव जाना उचित समझा जहां से उन्होंने ब्रिटेन के लिये उड़ान पकड़ी। भारत की राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की बदतर स्थिति के कारण वे असुरक्षित महसूस कर रहे थे।
जैमीसन ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा, ''यह दिलचस्प अनुभव था। यह ऐसा नहीं था जिसके आप योजना बना सकते हैं। हमें उसी समय सूचित किया गया। हमारे आसपास बीसीसीआई और आईपीएल टीमों से कुछ अच्छे लोग थे।''
यह तेज गेंदबाज आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) की तरफ से खेल रहा था। आईपीएल के बायो बबल में कोविड-19 के मामले पाये जाने के बाद इस टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया गया था।
जैमीसन ने कहा, ''हमें वही करना था जो हमारे लिये सही था। निश्चित तौर पर भारत में स्थिति विकट थी और हमें पता था कि बायो बबल के बाहर की स्थिति कैसी है। एक बार इस वायरस के बायो बबल में घुसने के बाद टूर्नामेंट स्थगित करना सही फैसला था।''
उन्होंने कहा, ''हमें उन लोगों पर भरोसा रखना था और उन चीजों पर नियंत्रण रखना था जिन पर हम नियंत्रण रख सकते थे। हमारे आसपास कुछ अच्छे लोग थे जिन्होंने हमें इंग्लैंड तक पहुंचाने में मदद की।''
जैमीसन इंग्लैंड के खिलाफ दो टेस्ट मैच और फिर भारत के खिलाफ 18 से 22 जून के बीच विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) का फाइनल खेलने को लेकर उत्साहित हैं।
उन्होंने कहा, ''यह मेरा इंग्लैंड का पहला दौरा है। मैं पहली बार लार्ड्स में खेलूंगा। मैं अपना ध्यान भटकाने के बजाय इसका पूरा लुत्फ उठाना चाहता हूं। इसलिए मैं इस टेस्ट और एजबेस्टन टेस्ट के अलावा (डब्ल्यूटीसी) फाइनल पर ध्यान दे रहा हूं। ''