नई दिल्ली: जब सलेक्टर्स ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सिरीज़ के लिए आर अश्विन और रविंद्र जडेजा से बिना पूछे ही उन्हें आराम देने का फैसला था किया तभी से ये कयास लगाए जा रहे थे कि शायद अब ये दोनों स्पिनर्स जल्द ही वनडे टीम से दूर होने वाले हैं और हुआ भी ठीक ऐसा ही श्रीलंका के खिलाफ शानदार प्रदर्शन का इनाम यजुवेन्द्र चहल, अक्षर पटेल और कुलदीप यादव को मिला। चयनकर्ताओं ने ऑस्ट्रेलिया जैसी धाकड़ टीम के खिलाफ भी अश्विन और जडेजा की जोड़ी को बाहर रखते हुए युवाओं पर ही भरोसा जताया। हालांकि अक्षर पटेल के चोटिल हो जाने की वजह से जडेजा की टीम में वापसी तो हुई लेकिन उन्हें अबतक खेले गए दो वनडे मैचों में प्लेइंग इलेवन से बाहर ही रखा गया।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले दो वनडे में किया शानदार प्रदर्शन
अपने छोटे से वनडे करियर में अबतक कलाई के स्पिनर कुलदीप और यजुवेन्द्र ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए सिरीज़ के पहले दो वनडे मैचों में कुलदीप और चहल दोनों 5-5 विकेट ले चुके हैं। जिसमें ऑस्ट्रेलिया के दूसरे वनडे में कुलदीप यादव की हैट्रिक भी शामिल है।
वनडे में कुलदीप और चहल का प्रदर्शन
कुलदीप और चहल ने अपने वनडे करियर में अबतक 9-9 मैच खेले हैं। जिसमें कुलदीप ने 4.40 की शानदार इकॉनोमी रेट से 16 विकेट चटकाए हैं। इस दौरान उनका उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 41 रन देकर 3 विकेट है। वहीं यजुवेन्द्र चहल ने भी अबतक 9 वनडे मैचों में 4.16 की बेतरीन इकॉनोमी के साथ 16 विकेट हासिल किए हैं। जिसमें 25 रन देकर 3 विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वैसे तो दोनों युवा स्पिनर अपने करियर के शुरुआती दौर में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन अभी से इनके भविष्य का अंदाजा जल्दबाजी होगी कि क्योंकि अभी इन्हें विदेशी सरजमीं पर खुद को साबित करना होगा।
वनडे में अश्विन और जडेजा के प्रदर्शन में आई गिरावट
रविचंद्रन अश्विन के साल 2015 विश्वकप के बाद से अब तक के प्रदर्शन पर नजर डालते हैं। तब से अब तक अश्विन ने 15 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 40.58 की औसत से 17 विकेट हासिल किए हैं। वहीं उनका स्ट्राइक रेट 40.58 का है। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/28 रन का रहा। टीम इंडिया के स्टार स्पिनर के इन आंकड़ों को देखते हुए कहा जा सकता है कि पिछले कुछ समय से वनडे क्रिकेट में अश्विन का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था। वहीं रविंद्र जडेजा की बात करें तो उनके आंकड़ें तो अश्विन से भी खराब हैं। 2015 विश्वकप के बाद से जडेजा ने 17 वनडे मैच खेले हैं। जिसमें उन्होंने 67.83 की औसत से महज 12 विकेट हासिल किए हैं। जाहिर है अगर इस औसत दर्ज के प्रदर्शन के बाद चयनकर्ता युवाओं को मौका दे रहे हैं तो इस पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए।
भज्जी ने की युवा स्पिनरों की तारीफ
वहीं कुलदीप यादव और यजुवेन्द्र चहल के इस शानदार प्रदर्शन पर टीम इंडिया के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा कि इस समय कुलदीप और चहल दोनों ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में इन दोनों सीनियर स्पिनर्स के लिए टीम में वापसी थोड़ी मुश्किल लग रही है। 'जडेजा और अश्विन के लिए वनडे में वापसी करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। कुलदीप और चहल के बारे में उन्होंने कहा कि रिस्ट स्पिनर की ये खासियत है कि उन्हें गेंद टर्न कराने के लिए किसी तरह के खास पिच की जरूरत नहीं है। चहल के पास अच्छी गुगली है और वो लेग ब्रेक भी कर सकते हैं। वहीं कुलदीप गेंद को दोनों तरफ टर्न करा सकते हैं। कुलदीप कमाल के हैं और उनमें अलग ही क्षमता है।'