ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ गुरुवार को दूसरे वनडे में हैट्रिक लेकर इतिहास बनाने वाले भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव का कहना है कि वह मिस्ट्री वह मिस्ट्री बॉलर नहीं बल्कि क्वालिटी बॉलर हैं। कुलदीप वनडे में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय स्पिनर हैं। उनके पहले तेज़ गेंदबाज़ चेतन शर्मा और कपिलदेव ने हैट्रिक ली थी। एक अंग्रेज़ी दैनिक के साथ पुराने इंटरव्यू में कुलदीप ने कहा था कि वह मिस्ट्री बॉलिंग में विश्वास नहीं करते। क्वालिटी बॉलिंग मिस्ट्री नहीं होती। मिस्ट्री बॉलिंग तो तब होती है जब कोई अजीबो ग़रीब तरीक़े से बॉलिंग करे। मेरा एक्शन तो एकदम साफ है, बॉल अच्छी निकलती है। मुझे मिस्ट्री बॉलर कहलवाना पसंद नही है। क्वालिटी बॉलिंग का कोई तोड़ नही है।
कुलदीप ने कहा कि अगर आप क्वालिटी बॉलिंग करते हैं तो वो सबसे बड़ी मिस्ट्री है। सुनील नारायण को आप मिस्ट्री बॉलर नहीं कह सकते। वह तरह-तरह की बॉल फेंकते हैं, उनके पास कलाकारी है। शैन वार्न भी मिस्ट्री बॉलर नहीं हैं, उनके पास हुनर था।
उन्होंने कहा कि वह शैन वार्न से बहुत प्रभावित थे और उनके कोच चाहते थे कि वह भी वार्न की तरह बॉलिंग करे। 'मेरा अभी भी यही मक़सद है कि अगर मैं 20-30 प्रतिशत भी वार्न की तरह बॉलिंग करने लगा तो समझूंगा मेरी लाइफ़ सफल हो गई।'
ग़ौरतलब है कि फिरकी गेंदबाज कुलदीप यादव की हैट्रिक की मदद से भारत ने गुरुवार को दूसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 50 रनों से हरा दिया। भारत के 252 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया की पारी 43.1 ओवरों में 202 रनों पर सिमट गई।