टीम इंडिया इन दिनों घरेलू मैदानों में इंग्लैंड से 4 टेस्ट मैचों की सीरीज में लोहा ले रही है। जिसमें जब भी कप्तान विराट कोहली टॉस के समय अपनी प्लेइंग इलेवन का ऐलान करते हैं। तो उस समय सबके मन में एक ही सवाल होता है क्या कुलदीप यादव को टीम में जगह मिली। ऐसे में अगर उन्हें जगह नहीं मिलती है तो सोशल मीडिया पर कुलदीप को मौका दिए जाने को लेकर फैंस ट्रोल करना शुरू कर देते हैं। जिसके पीछे भारी वजह भी है कि कोरोना के बीच जबसे क्रिकेट की वापसी हुई है। तबसे टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में 4 और भारत में तीन टेस्ट मैच खेल चुकी है। इस तरह 7 मैचों में कुलदीप को इंग्लैंड के खिलाफ सिर्फ दूसरे टेस्ट मैच में मौका मिला था। ऐसे में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर सिर्फ बेंच गरम करने वाले कुलदीप जब मैदान में उतरे तो उनके आत्मविश्वास में भी काफी कमी नजर आई। जिसमें दोनों पारी मिलाकर उन्हें सिर्फ 12 ओवर गेंदबाजी मिली और 2 ही विकेट अपने नाम कर पाए।
इस तरह टीम मैनेजमेंट, कप्तान विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री और चयनकर्ताओं को शायद अब कुलदीप को भरोसा नहीं रहा है। कुछ ऐसा ही टीम इंडिया के पूर्व लेफ्ट आर्म ओर्थोडॉक्स स्पिन गेंदबाज मनिंदर सिंह ने भी माना है। Indiatv.in से ख़ास बातचीत में उन्होंने ये भी बताया कि आखिर ऐसा क्या कारण है जिसके चलते वो लगातार टीम से बाहर चल रहे हैं। जबकि अब कुलदीप को अपनी किस चीज पर काम करना चाहिए। जिससे वो वापस कप्तान और कोच का भरोसा जीत सके।
3 जनवरी 2019 को अपना आखिरी टेस्ट मैच मैच खेलने वाले कुलदीप उसके बाद टीम इंडिया की प्लेइंग इलेवन से नदारद होते चले गये। जिसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ 13 फरवरी 2021 को चेन्नई में मौका मिला। इस तरह कुलदीप को लेकर मनिंदर सिंह ने कहा, "कुलदीप यादव को बार - बार ना खिलाकर टीम मैनजेमेंट ने साफ़ कर दिया है कि शायद उन्हें अब कुलदीप पर भरोसा नहीं रहा है। ऑस्ट्रेलिया में नहीं खिलाया भारत में एक टेस्ट मैच खिलाया। इस तरह के माहौल में टीम मैनेजमेंट, सेलेक्टर्स, कोचिंग स्टाफ के बीच बातचीत होनी चाहिए।अगर उनपर विश्वास नहीं आ रहा है तो उन्हें बताना चाहिए। जिससे कोई और गेंदबाज है तो उसको टीम में उनकी जगह लाना चाहिए।"
कुलदीप की खामी
वहीं कुलदीप यादव की गेंदबाजी की बात करते हुए मनिंदर का मानना है कि दो साल पहले जब उन्हें काफी सफलता मिल रही थी। उसी समय मुझे उनमे एक टेक्नीकल खामी नजर आई थी। जिसके बारे में उन्होंने कहा, "गेंदबाजी करते समय कुलदीप का सीधा हाथ काफी तेजी से नीचे गिर जाता है। जिसके चलते उनकी गेंदों में जो जान (ताकत) होती है वो लग नहीं पा रही है। विकेट टेकिंग डिलीवरी उसके चलते नहीं निकल रही है। यही कारण है कि वो स्ट्रगल कर रहे हैं। जिसके चलते कैप्टन से लेकर कोच तक कुलदीप पर भरोसा नहीं कर पा रहे हैं।"
इतना ही नहीं मनिंदर ने टीम मैनेजमेंट में कोई भी स्पिन सलाहकार कोच ना होने पर भी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, "मुझे अफ़सोस है कि टीम मैनजेमेंट में कोई भी स्पिन गेंदबाजी का सलाहकार या कोच नहीं है। ( भरत अरुण ) तेज गेंदबाजी के कोच शामिल है और शायद वो समझ नहीं पा रहे हैं। जिससे अफसोस होता है कि इतना टैलेंटड खिलाड़ी भारत खोता जा रहा है। इसलिए कुलदीप को अगर वापसी करनी है तो जल्द से जल्द इस पर काम करना होगा और टीम में जगह बनानी होगी।"
वहीं कुलदीप की ताकत के बारे में अंत में मनिंदर ने कहा, "वो एक मैच विनर गेंदबाज है। सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि विदेशी पिचों पर भी कुलदीप काफी कामगार साबित हो सकता है।"
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बता दें कि कुलदीप यादव अभी तक टीम इंडिया के लिए 7 टेस्ट मैच खेल चुके हैं। जिसमें उनके नाम 26 विकेट शामिल हैं। ऐसे में कुलदीप को अगर अपना टेस्ट करियर आगे बढाना है तो जल्द से जल्द कप्तान और कोच का भरोसा जीत मैदान में वापसी करनी होगी। भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा और सीरीज का अंतिम टेस्ट मैच 4 मार्च से अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जायेगा।
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