4 अक्टूबर से भारत और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है। इससे पहले इंग्लैंड में भारत ने टेस्ट सीरीज खेली थी जहां उन्हें 4-1 से हार का सामना करना पड़ा था। वेस्टइंडीज के खिलाफ यह सीरीज भारतीय खिलाड़ियों में आत्मविश्वास भरने के साथ-साथ फॉर्म में भी लौटने का काम करेगी।
यह सीरीज भारत में खेली जानी है तो इसमें तेंज गेंदबाजों से ज्यादा नजरें स्पिनर्स पर रहेंगी। भारत के धीमें ट्रैक स्पिन गेंदबाजों के लिए काफी मददगार साबित होते हैं। अगर वेस्टइंडीज के खिलाफ भारत की टीम पर नजर डालें तो भारत के पास रविचंद्रन अश्विन, रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव जैसे तीन शानदार स्पिनर हैं।
अश्विन और जडेजा जहां तीनों फॉर्मेट में अपनी छाप छोड़ चुके हैं तो वहीं कुलदीप अभी सफेद गेंद के फॉर्मेट में धमाल मचाने में तो कामयाब रहे हैं, लेकिन उन्हें लाल गेंद के फॉर्मेट में ज्यादा मौके नहीं मिले हैं।। कुलदीप ने अभी तक कुल तीन टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 25.66 की औसत से 9 विकेट लिए हैं।
हाल ही में उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में प्लेइंग इलेवन में जगह मिली थी, लेकिन उन्हें वहां एक भी विकेट नहीं मिली। इसी वजह से उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाया गया।
लेकिन अब पिच, ग्राउंड, कंडीशंस सब अलग है। कुलदीप को अब भारत में टेस्ट मैच खेलने हैं ऐसे में अब वह अश्विन और जडेजा के लिए खतरा बनने के साथ-साथ चयनकर्ताओं के लिए भी मुश्किलें पैदा कर सकते हैं।
कुलदीप और चहल की जोड़ी ने लिमिटेड ओवर फॉर्मेट में जिस तरह अपनी धाक जमाई है उसे देखकर लगता है कि वो टेस्ट क्रिकेट में भी धमाल मचा सकते हैं। अगर कुलदीप इस टेस्ट सीरीज में अच्छा परफॉर्म करते हैं तो यह भारत के लिए तो अच्छी बात होगी, लेकिन अश्विन जडेजा के साथ-साथ चयनकर्ताओं के लिए यह परेशानी का सबब बन जाएगा