Highlights
- विजय हजारे ट्रॉफी के लिए केदार देवधर बड़ौदा टीम के कप्तान के पद के सबसे बड़े दावेदार होंगे।
- बड़ौदा की टीम सैयद मुश्ताक अली में सबसे निचले पायदान पर रही थी।
- क्रुणाल ने टीम की नेतृत्व की भूमिका छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया।
वडोदरा। मुंबई इंडियंस और भारत के हरफनमौला खिलाड़ी कृणाल पंड्या ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम की बेहद खराब अभियान के बाद बड़ौदा के कप्तान का पद छोड़ने का फैसला किया है। बड़ौदा क्रिकेट संघ के अजीत लेले ने पीटीआई-भाषा को बताया कि कृणाल ने शुक्रवार को राज्य निकाय को अपने फैसले से अवगत कराया लेकिन टीम की नेतृत्व की भूमिका छोड़ने का कोई कारण नहीं बताया।
लेले ने कहा, ‘‘ वह एक खिलाड़ी के रूप में उपलब्ध रहेंगे। उन्होंने अपने फैसले से बोर्ड अध्यक्ष को अवगत करा दिया हैं। उनके उत्तराधिकारी का नाम चयनकर्ताओं की कल की बैठक के बाद होगा।’’ इस 30 साल के खिलाड़ी ने भारत के लिए पांच वनडे और 19 टी20 मैच खेले हैं। अगले महीने शुरू होने वाले विजय हजारे ट्रॉफी के लिए केदार देवधर कप्तान के पद के सबसे बड़े दावेदार होंगे।
बड़ौदा सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी में एक जीत और चार हार के साथ टीम ग्रुप बी में चार अंक के साथ सबसे निचले पायदान पर रही। इंडियन प्रीमियर लीग (ईपीएल) के नियमित खिलाड़ी दीपक हुड्डा ने पिछले साल कृणाल पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए बड़ौदा टीम का साथ छोड़ दिया था। वह अब राजस्थान के लिए खेलते हैं।