कोरोना महामारी से बचने के लिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट बोर्ड (आईसीसी) ने सबके सामने एक विचार प्रकट किया था। जिसमें कहा गया था कि जब भी कोरोना के बाद क्रिकेट की वापसी होगी टीम के खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए लार, थूक या पसीने का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे। जिसके बाद अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली आईसीसी की क्रिकेट समिति ने भी सलाइवा ( लार ) का उपयोग न करने की सिफारिश की है जबकि पसीने के इस्तेमाल पर रोक ना लगाने की बात कही है। इस पर फैसला अगले महीने आएगा। जिसके बारे में अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के मुख्य कोच मिस्बाह उल हक का मानना है कि गेंदबाजों के लिए सलाइवा बैन करने के नियम का पालन करना काफी मुश्किल होगा।
इतना ही नहीं मिस्बाह ने आगे कहा कि अगर गेंदबाजों को सलाइवा का इस्तेमाल करने से रोकना है तो उन्हें मास्क पहना देने चाहिए।
मिस्बाह ने यूट्यूब चैनल क्रिकेटबाज पर कहा, "बिना सलाइवा के गेंदबाजी करना आसान नहीं रहेगा। यह वो आदत है जो खिलाड़ी काफी लंबे समय से पाले आ रहे हैं। अगर खिलाड़ी नए नियमों को ध्यान में भी रखता है तो भी एक-दो बार वह अपने-आप कोशिश करेगा।"
उन्होंने कहा, "हमें इसे रोकने के लिए कुछ करना होगा। जैसे कि गेंदबाजों को मास्क पहना दो या कुछ और पाबंदी ताकि वो सलाइवा का उपयोग न करें।"
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बता दें कि कोरोनावायरस ने पूरे खेल जगत को रोक दिया है। वहीं भारत में 1 लाख से उपर बढ़ते कोरोना वायरस केस के कारण 29 मार्च से शुरू होने वाले आईपीएल 2020 को बीसीसीआई ने पहले 15 अप्रैल तक स्थगित किया था। जिसके बाद भी स्थिति ना सुधरने के कारण अब इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। जबकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया बोर्ड भी जल्द से जल्द अपने देश में क्रिकेट की वापसी को लेकर प्रयासरत है। इसी बीच उसने 6 जून से क्लब स्तर पर क्रिकेट शुरू करने की योजना बनाए है जबकि वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड ने भी अपने इंग्लैंड दौरे के लिए खिलाड़ियों को मैदान में वापस बुला लिया है।
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ऐसे में जब भी क्रिकेट वापस आएगा तो उसमें कोरोना जैसी महामारी से बचने के लिए खिलाड़ी लार का इस्तेमाल गेंद को चमकाने के लिए नहीं कर सकेंगे। जिसको लेकर सभी क्रिकेट पंडित और दिग्गज अक्सर अपने अलग - अलग मत रखते रहते हैं।