आर श्रीधर एक बार फिर से भारतीय क्रिकेट टीम के फिल्डिंग कोच की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं। एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली सिलेक्शन कमिटी ने टीम इंडिया के नए सपोर्ट स्टाफ का चुनाव करते हुए श्रीधर का नाम फिल्डिंग कोच के लिए तय कर दिया है।
फील्डिंग कोच के लिए शार्टलिस्ट किए गए नामों की लिस्ट में भारत-ए और अंडर-19 फील्डिंग कोच अभय शर्मा दूसरे और टी दिलीप तीसरे स्थान पर रहे। हैरानी की बात ये रही कि क्रिकेट इतिहास के सबसे महान फील्डर रहे जॉन्टी रोड्स ने भी इस पद के लिए आवेदन किया था लेकिन उन्हें इस लिस्ट में जगह नहीं मिली।
रोड्स ने संन्यास के बाद कई टीमों के साथ फील्डिंग कोच के तौर पर काम किया है और कोचिंग में उनका रिकॉर्ड शानदार है। वह इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस और साउथ अफ्रीका टीम के साथ बतौर फील्डिंग कोच काम कर चुके हैं।
बीसीसीआई की सीनियर सेलेक्शन कमिटी के इस फैसले से हर कोई हैरान था लेकिन अब एमएसके प्रसाद ने इस बात का खुलासा किया है कि आखिर क्यों जॉन्टी रोड्स को शॉर्टलिस्ट नहीं किया गया और श्रीधर कोच के तौर पर पहली पसंद बने।
एमएसके प्रसाद ने कहा, "श्रीधर आज दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फील्डिंग कोचों में से एक हैं। उन्होंने भारतीय टीम को शानदार फील्डिंग इकाई के रूप में बदला है। दुर्भाग्यवश विश्व कप में कई विकेटकीपर थे और इसी वजह से उन्हें अच्छा परिणाम नहीं मिला लेकिन उन्होंने इस टीम को बेहतरीन फील्डिंग साइड बनाया है। ऐसे में हमें श्रीधर की जगह किसी और नाम का विचार नहीं आया।"
उन्होंने आगे कहा, "हमें जोंटी नंबर दो व तीन के लिए फिट नहीं लगे, क्योंकि उनकी भूमिकाएं भारत-ए के स्तर और एनसीए के लिए काफी ज्यादा हैं।" बता दें कि श्रीधर के साथ ही भरत अरूण का नाम टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच के लिए फिर से तय हो गया है।