ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम इंडिया लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट की सीरीज खेल चुकी है। जिसमें टीम इंडिया को वनडे में हार मिली तो टी20 सीरीज जीतकर विराट कोहली ने शानदार वापसी की। ऐसे में इस सीरीज के दौरान भारत को एक उभरता हुआ गेंदबाज टी. नटराजन के रूप में मिला। नटराजन ने सभी का दिल जीतते हुए पहले वनडे में प्रभावित किया उसके बाद तीन टी20 मैचों में 6 विकेट लेकर अपनी जगह भी टीम में शायद पक्की कर ली है। ऐसे में नटराजन के टीम इंडिया तक के सफर में नजर डाले तो उनके कोच ने खुलासा करते हुए बताया कि एक समय उनके गेंदबाजी एक्शन को गैरकानूनी करार दिया गया था जिसके बाद उन्होंने लगभग 13 हजार गेंदे फेंक कर न सिर्फ एक्शन बदला बल्कि टीम इंडिया में जगह भी बनाई।
गौरतलब है कि नटराजन ने तमिलनाडु के लिए रणजी क्रिकेट टीम में साल 2015 में जगह बनाई थी। इस तरह बंगाल के खिलाफ डेब्यू मैच में एक समय ऐसा आया जब पाय गया कि नटराजन का गेंदबाजी एक्शन गैरकानूनी है क्योंकि उनका हाथ गेंद फेंकते समय काफी बाहर की ओर जा रहा था और सीधा नाआकर मुड़ भी रहा है। इसके बाद नटराजन ने काफी संघर्ष किया और गेंदबाजी एक्शन बदलने के बाद टीम इंडिया तक का रास्ता तय कर डाला।
ऐसे में नटराजन के गेंदबाजी एक्शन को उस समय सही करने में मदद करने वाले पूर्व तमिलनाडु के लेफ्ट आर्म स्पिन गेंदबाज सुनील सुब्रमण्यन ने बताया कि नटराजन को एक्शन बदलने में कम से कम 12 से 15 महीने लगे और इस दौरान उसने लगभग 13 हजार गेंदे फेंकी। जिससे वो वापस ट्रैक पर आ पाया।
सुनील ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा, "नटराजन का मुद्दा यह था कि गेंद डालते समय उनका हाथ शरीर से काफी बाहर जा रहा था। जबकि उनका हाथ थोडी के पास और एक सीध में होना चाहिए था। इस तरह जैसे ही हाथ घूमता था तो थोडा मुड़ जाता था और सीधा नहीं रहता था। इतना ही नहीं जबा उसका फ्रंट फुट ( अगला पैर ) गेंदबाजी करते समय लैंड करता था तब भी उस समय हल्का सा फ्लिक्सन था।"
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तमिनाडु क्रिकेट अकादमी में बतौर कोच कार्यरत सुनील ने नटराजन की मेहनत के बारे में आगे कहा, "इसके बाद हमने एक - एक स्टेप पर फोकस किया और उसके रन अप से शरूआत की। जिसके बाद उसे दो स्टेप आगे ड्रिल कराया। फिर हमने उसके थोडी के पास से हाथ लाने के लिए प्रयास कराना शुरू कराया। इस तरह कई महीनों तक उसने पहले खली स्टंप पर निशाना साधा उसके बाद बल्लेबाजों को गेंदबाजी करना शुरू किया। ये बहुत ही लम्बा और थका डालने वाला प्रयास था लेकिन उसने हार नहीं मानी। उस समय मैं नहीं जानता था कि हम एक अंतराष्ट्रीय गेंदबाज बना रहे हैं।"
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बता दें कि नटराजन ने पहले आईपीएल के 2020 सीजन में शानदार गेंदबाजी करते हुए सभी का दिल जीता। इस तरह उन्हें टीम इंडिया में पहली बार शामिल किया गया। जिस मौके का फायदा उठाते हुए अब नटराजन टीम इंडिया में जसप्रीत बुमराह के बाद दूसरे यॉर्कर स्पेशलिष्ट गेंदबाज के रूप में देखे जा रहे हैं। इतना ही नहीं कप्तान कोहली ने उन्हें अगले साल 2021 टी20 विश्वकप का ट्रम्प कार्ड भी बताया है।
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