लोकेश राहुल (149) और ऋषभ पंत (114) के बीच छठे विकेट के लिए हुई 204 रन की रिकॉर्ड साझेदारी के बावजूद भारत को यहां ओवल मैदान पर इंग्लैंड के हाथों पांचवें और आखिरी टेस्ट मैच के पांचवें दिन मंगलवार को 118 रन से हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ इंग्लैंड ने सीरीज 4-1 के अंतर से जीत ली। भारतीय टीम एक समय चायकाल के बाद पांच विकेट पर 325 रन बनाकर मजबूत स्थिति में थी और उसे मैच जीतने के लिए 139 रन और बनाने थे जबकि उसके पांच विकेट शेष थे। लेकिन इसके बाद राहुल और पंत के आउट होते ही बाकी बल्लेबाज भी जल्दी लौट गए और टीम 94.3 ओवर में 345 रन पर सिमट गई। इंग्लैंड ने चौथे दिन सोमवार को आठ विकेट पर 423 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। पहली पारी में मिली 40 रनों की बढ़त के आधार पर इंग्लैंड ने भारत को कुल 464 रनों का लक्ष्य दिया था।
इसके जवाब में भारत ने चौथे दिन सोमवार को खेल समाप्त होने तक तीन विकेट पर 58 रन बना लिए थे। भारतीय टीम ने पांचवें और आखिरी दिन मंगलवार को इसी स्कोर से आगे खेलना शुरू किया।
राहुल ने 46 और अजिंक्य रहाणे ने 10 रन से आगे खेलना शुरू किया। दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 118 रनों की साझेदारी की। रहाणे 106 गेंदों की पारी में पांच चौकों की मदद से 37 रन बनाकर टीम के 120 के स्कोर पर मोइन अली की गेंद पर आउट हुए। रहाणे के आउट होने के एक रन बाद ही अपना पदार्पण मैच खेल रहे और पहली पारी में अर्धशतक बनाने वाले हनुमा विहारी खाता खाले बिना बेन स्टोक्स की गेंद पर आउट हो गए। राहुल ने इसके बाद पंत के साथ मिलकर लंच तक भारत को और झटका नहीं लगने दिया। दोनों बल्लेबाजों ने छठे विकेट के लिए 46 रन की साझेदारी की और लंच तक भारत को पांच विकेट पर 167 रन तक पहुंचा दिया।
लंच के बाद चायकाल तक दूसरे सत्र में राहुल और पंत एक भी विकेट नहीं गिरने दिया। दोनों ने 30 ओवर में 131 रन जोड़े और भारत के स्कोर को पांच विकेट पर 298 रन तक पहुंचा दिया। पंत ने इस दौरान अपने करियर का पहला शतक पूरा किया। चायकाल के बाद भारत को छठा झटका 325 के स्कोर पर राहुल के रूप में लगा। राहुल ने 224 गेंदों की पारी में 20 चौके और एक छक्के की मदद से 149 रन की शानदार पारी खेली। राहुल के आउट होने के बाद पंत भी टीम के 328 के स्कोर पर सातवें बल्लेबाज के रूप में आउट हो गए। उन्होंने 146 गेंदों की पारी में 15 चौके और चार छक्कों की मदद से 114 रन रन बनाए। राहुल और पंत को आदिल राशिद ने आउट किया।
राहुल और पंत ने छठे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी की। टेस्ट में छठे विकेट के लिए भारत की यह अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है।
336 रन पर आठ विकेट गंवाने के बाद भारत को नौवां झटका 345 के स्कोर पर रवींद्र जडेजा के रूप में लगा। उन्हें सैम कुरेन ने आउट किया। जडेजा ने 46 गेंदों पर दो चौके सहारे 13 रन बनाए। जडेजा के आउट होने के बाद जेम्स एंडरसन ने मोहम्मद शमी (0) को बोल्ड कर भारतीय पारी को 345 रन पर समेट दिया। इंग्लैंड की ओर से जेम्स एंडरसन ने 45 रन पर तीन विकेट, सैम कुरेन ने 23 रन पर दो विकेट, आदिल राशिद ने 63 रन पर दो विकेट, स्टुअर्ट ब्रॉड ने 43 रन पर एक विकेट, मोइन अली ने 68 रन पर एक विकेट और बेन स्टोक्स ने 60 रन पर एक विकेट हासिल किए।
इंग्लैंड ने इस जीत के साथ ही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 4-1 से अपने नाम कर ली और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले एलिस्टेयर कुक को शानदार विदाई दी।
इंग्लैंड ने पहला टेस्ट पहला टेस्ट 31 रन से, दूसरा पारी और 159 रन से तथा चौथा टेस्ट 60 रन से जीता था। भारत ने तीसरा टेस्ट 203 रन से अपने नाम किया था।