मोहाली। सलामी बल्लेबाज केएल राहुल की अगुवाई में शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान से किंग्स इलेवन पंजाब ने शनिवार को यहां मुंबई इंडियन्स को आठ गेंद शेष रहते हुए आठ विकेट से हराकर इंडियन प्रीमियर लीग में अपनी दूसरी जीत दर्ज की। पंजाब के सामने 177 रन का लक्ष्य था। राहुल (57 गेंदों पर नाबाद 71), क्रिस गेल (24 गेंदों पर 40 रन) और मयंक अग्रवाल (21 गेंदों पर 43) ने शानदार बल्लेबाजी करके टीम को 18.4 ओवर में दो विकेट खोकर लक्ष्य तक पहुंचाया। राहुल ने शुरू से एक छोर संभाले रखा। उन्होंने गेल के साथ 53, अग्रवाल के साथ 64 और डेविड मिलर (दस गेंदों पर 15 रन) के साथ 60 रन की अटूट साझेदारी की।
पिच थोड़ी धीमी है और ऐसे में पहले बल्लेबाजी का न्यौता पाने वाले मुंबई का सात विकेट पर 176 रन का स्कोर चुनौतीपूर्ण स्कोर था। क्विंटन डिकॉक ने 40 गेंदों पर छह चौकों और दो छक्कों की मदद से 60 रन बनाये। कप्तान रोहित शर्मा ने 18 गेंदों पर 32 और हार्दिक ने 19 गेंदों पर 31 रन का योगदान दिया। पंजाब की तरफ से मुरूगन अश्विन, हार्डस विलजोन और मोहम्मद शमी ने दो-दो विकेट लिये।
पंजाब की यह तीन मैचों में दूसरी जीत है जबकि मुंबई को दूसरी हार का सामना करना पड़ा। उसने भी अब तक तीन मैच खेले हैं।
गेल ने मिशेल मैकलेनगन पर लगातार दो छक्के लगाकर आईपीएल में अपने छक्कों की संख्या 300 पर पहुंचायी लेकिन इसके बावजूद पंजाब पावरप्ले तक 38 रन तक ही पहुंच पाया। गेल ने इसके बाद हार्दिक की लगातार दो गेंदों को छह रन के लिये भेजा और इसलिए जब उन्होंने अपने भाई क्रुणाल पंड्या के अगले ओवर में कैरेबियाई बल्लेबाज का लांग आन पर कैच लिया तो उसका अपने अंदाज में जश्न भी मनाया।
राहुल शुरू में रन बनाने के लिये जूझते रहे लेकिन अग्रवाल ने आते ही अपने स्ट्रोकप्ले का अच्छा प्रदर्शन किया तथा पंजाब को गेल की कमी नहीं खलने दी। चाहे मयंक मार्कंडेय पर लगाये गये चौके हों या क्रुणाल पर लगाये गये छक्के, हर शॉट में अग्रवाल के कौशल का नमूना दिखा। क्रुणाल ने ही आखिर में अपनी ही गेंद पर मयंक का कैच लेकर मैच को फिर से जानदार बनाया। अग्रवाल ने चार चौके और दो छक्के लगाये।
राहुल उस समय 30 रन पर खेल रहे थे। उन्होंने इसके बाद तेजी दिखायी और हार्दिक पर छक्का और चौका जड़कर रन और गेंदों के बीच का अंतर कम किया। राहुल ने लेसिथ मलिंगा पर चौका जड़कर 45 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया। भले ही उन्होंने धीमी पारी खेली लेकिन परिस्थितियों के अनुरूप बल्लेबाजी करने के कारण पंजाब के लिये यह महत्वपूर्ण साबित हुई।
पहली दो साझेदारियों में राहुल ने सहयोगी की भूमिका निभायी लेकिन मिलर के साथ भागीदारी में वह हावी रहे। राहुल ने अपनी पारी में छह चौके और एक छक्का लगाया।
इससे पहले रोहित ने फिर से अच्छी शुरुआत की लेकिन वह लगातार दूसरे मैच में अपनी पारी लंबी खींचने में नाकाम रहे। डीआरएस का सही आकलन करने में नाकामी भी उनके पवेलियन लौटने का कारण बनी क्योंकि विलजोन (40 रन देकर दो) की जिस गेंद पर अंपायर ने उन्हें पगबाधा आउट दिया वह लेग स्टंप से काफी बाहर जा रही थी और अगर वह रिव्यू लेते तो आउट नहीं होते।
रोहित के साथ पहले विकेट के लिये 51 रन जोड़ने वाले डिकाक ने इसके बाद मोर्चा संभाला लेकिन सूर्यकुमार यादव (11) मुरूगन अश्विन (25 रन देकर दो विकेट) की गेंद पर पगबाधा होकर जल्द ही पवेलियन लौट गये थे। डिकाक ने मोहम्मद शमी (42 रन देकर दो विकेट) पर दर्शनीय छक्का लगाया और मुरूगन अश्विन पर चौका जड़कर 35 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया।
डिकाक ने इसके बाद शमी की गेंद फिर से छह रन के लिये भेजी लेकिन इसी गेंदबाज ने उन्हें पगबाधा आउट किया। इस बार मुंबई इंडियन्स के बल्लेबाज ने डीआरएस लिया और उनका फैसला गलत साबित हुआ। डिकाक ने अपनी पारी के दौरान आईपीएल में 1000 रन भी पूरे किये।
युवराज सिंह (22 गेंदों पर 18 रन) को थोड़ा संघर्ष करना पड़ा और रन गति बढ़ाने के प्रयास में उन्होंने सीमा रेखा पर कैच थमाया। कीरेन पोलार्ड (नौ गेंदों पर सात रन) फिर से नहीं चल पाये। उनका गलत टाइमिंग से लगाये गये शाट से गेंद हवा में लहराकर सीमा रेखा पर लपक ली गयी। क्रुणाल पंड्या (दस) ने भी लंबा शाट लगाने के प्रयास में कैच दिया जबकि हार्दिक ने आखिरी ओवर में शमी की गेंद पर सीमा रेखा पर कैच देने से पहले लांग आन पर छक्का लगाया।