अपने 16 साल के करियर में टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी ने तीनों अंतराष्ट्रीय क्रिकेट फॉर्मेट में मिलाकर विकटों के पीछे से अपनी चीते की जैसी रफ्तार स्टंपिंग और कैच से कुल 829 शिकार किए। इस तरह अपने करियर के दौरान वो इंग्लैंड के बल्लेबाज केविन पीटरसन को हालंकि गेंदबाजी में शिकार नहीं बना पाए। जिसके बारे में खुद पीटरसन ने धोनी के लिए कहा कि आप मुझे कभी आउट नहीं कर पाए। हलांकि एक बार मामला जरूर डीआरएस तक गया था लेकिन पीटरसन बच गए थे।
पीटरसन ने धोनी के अचानक संन्यास लेने पर स्टार स्पोर्ट्स के शो क्रिकेट कनेक्टड में कहा, "धोनी आपका करियर बहुत शानदार रहा। एक ऐसा क्रिकेट करियर जिसे हर कोई जीना चाहेगा। पूरा भारत और वर्ल्ड क्रिकेट आपके जादुई करियर की दुहाई देता है।"
गौरतलब है की साल 2011 में लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान धोनी ने पीटरसन को आउट कर दिया था। धोनी ने गेंदबाजी करते हुए कैच की अपील की थी जिस पर अंपायर ने आउट दे दिया था। उसके बाद पीटरसन ने डीआरएस लिया और उसमें पता चला की गेंद ने उनके बल्ले का किनारा नहीं लिया है। इस तरह वो धोनी के हाथों आउट होने से बच गए।
जिसके बारे में पीटरसन ने आगे कहा, "धोनी आपका करियर अब खत्म हो चुका है। एक चीज लेकिन एक चीज आपसे रह गई। वह ये कि आप मुझे कभी विकेट के पीछे से आउट नहीं कर पाए। लॉर्ड्स में डआरएस के चलते बच गया था। आप और मैं दोनों जानते हैं कि अब ये कभी नहीं होगा। हलांकि कोई बात नहीं दोस्त ( धोनी )। आपका हमारे ऑल आउट क्लब में स्वागत हैं।"
बता दें कि धोनी भारत को आईसीसी की तीनो ट्रॉफी ( 2007 टी20 विश्वकप, 2011 विश्वकप और 2013 चैम्पियंस ट्राफी ) जिताने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से साल 2014 में ही संन्यास ले लिया था। जिसके बाद पिछले साल 2019 विश्वकप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में रन आउट होने के बाद अब धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। हलांकि इसके बावजूद वो 19 सितंबर से शुरू होने वाले आईपीएल में चेन्नई की टीम के लिए कप्तानी करते हुए जरूर नजर आएंगे।