भारत के महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर का मानना है टीम इंडिया को 1983 में विश्व कप विजेता बनाने वाले कप्तान कपिल देव हमेशा उनकी नजर में नंबर-1 भारतीय क्रिकेटर होंगे। गावस्कर ने एक इंग्लिश न्यूज चैनल से बातचीत में कहा, हर चीज में सबसे ऊपर कपिल देव होंगे, वह नंबर 1 हैं। मेरे नजर में वो सबसे अच्छे है। ऑल-टाइम नंबर 1 हमेशा कपिल देव होंगे।" कपिल देव की काबिलियत की तारीफ करते हुए गावस्कर ने पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव को एक पूर्ण क्रिकेटर करार दिया और कहा कि वह बल्ले और गेंद दोनों से मैच जीत सकते थे।
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गावस्कर ने कहा, "वह बल्ले और गेंद से मैच जीत सकते थे। वह विकेट लेता और आपके लिए मैच जीतता। वह स्कोर को 80 या 90 के स्कोर तक पहुंचा देगा और खेल को पलट देगा। उन्होंने बल्ले से प्रभाव डाला। उन्होंने गेंद से प्रभाव छोड़ा। उन सभी कैच को न भूलें जो उसने लिए थे। इसलिए वह एक पूर्ण क्रिकेटर थे।”
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साल 1978 और 1987 के बीच करीब 10 वर्षों तक गावस्कर और कपिल देव ने एक साथ क्रिकेट खेला और 87 टेस्ट व 97 वनडे मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया। ये दोनों 1980 के दशक में भारत की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते थे और अपने प्रदर्शन से भारत को कई मैच जिताते थे। हालांकि उनके करियर का सबसे बड़ा पल तब आया, जब भारत ने 1983 के फाइनल में लॉर्ड्स में मजबूत वेस्टइंडीज को हराकर अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था।
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गावस्कर ने हाल ही में रिटायर हुए एमएस धोनी की कप्तानी को कपिल देव से काफी मिलता-जुलता बताया था। उन्होंने कहा, “दोनों (धोनी और कपिल) बहुत समान थे। दोनों का खेल के प्रति समान दृष्टिकोण था। उन्हें खेलना पसंद था। दोनों ही एक्शन के केंद्र में रहना पसंद करते थे और वे अपनी टीमों के लिए शानदार चीजें हासिल करना चाहते थे। इस तरह दोनों बहुत ही एक-दूसरे से मिलते-जुलते खिलाड़ी हैं।