साउथ अफ़्रीक में पहले टेस्ट में करारी हार के बाद भारतीय मीडिया में टीम इंडिया और उसके कुछ खिलाड़ियों को लेकर ज़बरदस्त आलोचना हो रही है. दरअसल जैसा कि अंदेशा था, विदेशी ज़मीन पर ''मशहूर'' भारतीय बल्लेबाज़ी क्रम की पोल खुल गई. वे उछाल भरे विकेट पर ता ता थैया करते नज़र आए हैं. पहली पारी में हार्दिक पंड्या ने 93 की पारी खेलकर इंडिया को शर्मनाक स्थित से बचाया था. उन्होंने दोनों पारियों में कुल तीन विकेट भी लिए.दूसरी पारी में पंड्या फ़्लॉप हो गए. पंड्या को ऑलराउंडर कहा जाता है और कई बार तो उनकी तुलना महान भारतीय ऑलराउंडर कपिल देव से भी कर दी जाती है लेकिन ख़ुद कपिल को उनके ऑराउंडर होने पर शक़ है.
पूर्व भारतीय कप्तान कपिलदेव का कहना है कि हार्दिक पंड्या में काबिलियत तो हैं लेकिन यह तो समय ही बताएगा कि वो एक वास्तविक ऑलराउंडर बनेगा या नहीं.
दुनिया के महान ऑलराउंडरों में शामिल कपिल ने कहा, पांड्या में क्षमता तो है, लेकिन उनके बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हमें इसके लिए इंतज़ार करना होगा.
131 टेस्ट और 225 वनडे खेल चुके कपिल ने कहा, जब टीम के पास एक ऑलराउंडर होता है तो कप्तान का काम काफी आसान हो जाता है. उसके पास कई विकल्प होते हैं. टीम इंडिया के युवा क्रिकेटर बहुत पेशेवर हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं.
दक्षिण अफ्रीका में भारत के तेज गेंदबाज़ों के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर कपिल ने कहा, 'भारतीय गेंदबाज़ बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और समय और अनुभव के साथ उनके प्रदर्शन में और सुधार आएगा. यह भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों की अच्छी यूनिट है.' उन्होंने कहा, जब आप खेलते हो तो एक टीम के रूप में होते हो, इसलिए यह कहना उचित नहीं होगा कि कौन बेहतर है और कौन नहीं. इस तरह तो टीम ख़राब हो जाएगी. टीम में हर खिलाड़ी का अपना रोल होता है और सभी कड़ी मेहनत करते हैं.