कानपुर: भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज यहां पहले वनडे में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच रन की करीबी हार के बाद कहा कि रविचंद्रन अश्विन का गेंदबाजी करते समय चोटिल होना टीम को महंगा पड़ा जिससे शानदार फार्म में चल रहा यह स्पिनर अपने कोटे के 5.2 ओवर नहीं कर पाया।
भारत ग्रीन पार्क में 304 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रोहित शर्मा के 150 रन के बावजूद सात विकेट पर 298 रन ही बना पाया। पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने पांच विकेट पर 303 रन बनाये जिसमें एबी डिविलियर्स के नाबाद 104 रन भी शामिल हैं। अश्विन हालांकि 4.4 ओवर करने के बाद मांसपेशियों में खिंचाव के कारण मैदान से बाहर चले गये थे।
धोनी ने कहा, यह परिणाम हमारे लिये अच्छा नहीं रहा। कई चीजें गलत हुई लेकिन हमने जज्बा दिखाया और लक्ष्य के करीब पहुंचे। सच कहूं तो हमें यह मैच जीतना चाहिए था। हमें अश्विन के छह ओवरों की कमी खली। ये ओवर हमारे लिये महत्वपूर्ण होते क्योंकि वह हमारा सर्वश्रेष्ठ स्पिनर है। तब हमारी रणनीति सही तरह से चल रही थी लेकिन मुझे बिन्नी और रैना से अधिक ओवर करवाने पड़े।
उन्होंने कहा, आखिर में मुझे लगता है कि हमारे गेंदबाजों को थोड़ा बेहतर करना चाहिए था। रोहित और रहाणे के बीच साझेदारी शानदार रही। भारत हालांकि आखिरी 12 गेंदों में 22 रन बनाने में नाकाम रहा। धोनी भी ऐसे मौके पर 31 रन बनाकर आउट हो गये लेकिन उन्होंने अपनी पारी का बचाव किया।
धोनी ने कहा, यह थोड़ा मुश्किल था। गेंद सही उंचाई पर नहीं आ रही थी और इसलिए इस तरह की पिच पर थोड़ा मुश्किल हो रहा था। स्कोर को चलायमान रखने के लिये बाउंड्री ही पर्याप्त नहीं थी।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डि विलियर्स को मैन आफ द मैच चुना गया। उन्होंने जीत का श्रेय इमरान ताहिर को दिया जिनके 47वें ओवर में रोहित और सुरेश रैना पवेलियन लौटे।
डिविलियर्स ने कहा, यह रोमांचक मैच था। बेहद करीबी मैच जिसमें कई बार पासा पलटा। ताहिर के ओवर ने मैच का रूख हमारी तरफ पलटा। उस समय हम मैच में नहीं थे। रबादा ने खुद को साबित किया और उसका भविष्य उज्जवल है। हम अब विश्राम करके अगले मैच पर ध्यान केंद्रित करेंगे।