ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जॉन हेस्टिंग्स ने क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। जॉन हेस्टिंग्स ने ऐसा कुछ अच्छे हालातों में नहीं किया है। हेस्टिंग्स को क्रिकेट से संन्यास का फैसला इसलिए करना पड़ा है क्योंकि डॉक्टरों की रिपोर्ट में ये कहा गया कि अगर वो क्रिकेट खेलना जारी रखते हैं तो फेफड़ों में ब्लीडिंग रुकने की कोई गारंटी नहीं है। जी हां, आपक बता दें कि जॉन हेस्टिंग्स लंबे समय से फेफड़ों की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं और इस बीमारी का पता उन्हें कुछ साल पहले चला था।
Highlights
- जॉन हेस्टिंग्स ने लिया क्रिकेट से संन्यास
- गंभीर बीमारी के कारण लिया ये फैसला
- हेस्टिंग्स अब कैफे खोलने की तैयारी कर रहे हैं
जब डॉक्टरों की तरफ से उन्हें सकारात्मक रिपोर्ट नहीं मिली तो उन्होंने क्रिकेट छोड़ने का मन बना लिया और संन्यास का फैसला किया। हेस्टिंग्स ने अपने बयान में कहा, 'मेरे लिए पिछले पांच-छह महीने बेहद खराब और मुश्किलों भरे रहे हैं। लेकिन अब मैं जिन हालातों में हूं उससे मैं खुश हूं।'
33 साल के हेस्टिंग्स टेस्ट और वनडे से अक्टूबर, 2017 में ही संन्यास ले चुके थे। इसके बाद वो टी20 स्पेशलिस्ट बन गए थे। हेस्टिंग्स बिग बैश लीग में मेलबर्न स्टार्स और सिडनी सिक्सर्स की तरफ से अहम भूमिका निभा चुके हैं। हेस्टिंग्स ने मेलबर्स स्टार्स की तरफ से 7 साल खेला था और इसके बाद वो सिडनी सिक्सर्स के साथ जुड़ गए थे।
हेस्टिंग्स ऑस्ट्रेलिया के लिए तीनों फॉर्मेट खेल चुके हैं। हेस्टिंग्स ने ऑस्ट्रेलिया के लिए 1 टेस्ट में 1, 29 वनडे मैचों में 42 और 9 टी20 मैचों में 7 विकेट हासिल किए थे। हेस्टिंग्स का इरादा अब कैफे खोलने का है और इसकी वो पूरी तैयारी भी कर चुके हैं।
हेस्टिंग्स ने कहा, 'कैफे का नाम मिस्टर फ्रैंकी होगा। मैं कैफे में कॉफी बेचने में मदद करूंगा। फिलहाल हम कैफे के लिए लाइसेंस लेने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।' हालांकि हेस्टिंग्स ने ये भी कहा कि वो ड्रेसिंग रूम के माहौल और अपने साथी खिलाड़ियों को जरूर मिस करेंगे। हेस्टिंग्स के बयान में उनका दर्द साफ झलक रहा था।