वेस्टइंडीज से निकलकर इंग्लैंड के लिए खेलते हुए उसे क्रिकेट विश्व कप जीताना जोफ्रा आर्चर के लिए किसी सपने के सच होने से कम नहींहै। कैरिबियाई देश वेस्टइंडीज के लिए जब वो अंडर-19 विश्व कप खेले तब उन्होंने कभी सोचा होगा की इतनी जल्दी वो इंग्लैंड के लिए खेलते हुए विश्व कप में जीत हासिल कर लेंगे। ऐसे में आर्चर दिन दुनी रात चौगुनी कामयाबी से तो काफी खुश हैं लेकिन उनके निजी जीवन में इस विश्व कप की शुरुआत में ही एक तूफ़ान आया था जिसका उन्होंने डटकर सामना किया और इंग्लैंड को विश्व कप में जीत दिलवाने में काफी अहम भूमिका निभाई।
दरअसल, अपना पहला विश्व कप खेल रहे आर्चर को अपने पहले मैच में एक बुरी खबर सुनने को मिली। जब वो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अपना पहला मैच खेल रहे थे, उसके अगले ही दिन उनके चचेरे भाई एशेंटियो ब्लैकमैन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसे सुनकर आर्चर काफी कमज़ोर पड़ गये थे क्योंकि उन्होंने अपने बचपन का काफी समय चचेरे भाई एशेंटियो के साथ बिताया था।
ऐसा बताया जा रहा है कि इस घटना से कुछ दिन पहले जोफ्रा ने अपने 24 वर्षीय भाई एशेंटियो से बात भी की थी। हालाँकि इसके बावजूद आर्चर ने हार नहीं मानी और खेलना जारी रखा। आर्चर ने विश्व कप में बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 11 मैचों में 20 विकेट अपने नाम किए, जो एक विश्व कप में किसी इंग्लिश गेंदबाज द्वारा सबसे ज्यादा विकेट चटकाने का रिकॉर्ड है।
अपने भाई की मौत की खबर सुनकर कोई भी इंसान सदमे में जा सकता है, फिर चाहे वो भाई चचेरा हो इससे क्या फर्क पड़ता है। इस गंभीर स्थिति में खुद को संभालना और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना अपने आप में ही एक चुनौती होता है, लेकिन आर्चर ने अपने दृढ़ निश्चय और देश के लिए कुछ कर दिखाने के जज्बे के चलते वो सब कर दिखाया, जो किसी भी खिलाड़ी के लिए एक सपना होता है। इस घटना के बारे में बात करते हुए जोफ्रा के पिता ने भी कहा कि आर्चर को अपने भाई की मौत की खबर सुनकर काफी सदमा पहुंचा था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने खुद को संभाला और खेलना जारी रखा।
बता दें कि 31 मई के दिन आर्चर के भाई एशेंटियो ब्लैकमैन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एशेंटियो पर 8 गोलियां दागी गई थी। जिस दौरान ये घटना हुई उस वक्त उनकी गर्लफ्रेंड और 4 साल का बच्चा घर के अंदर थे। बारबाडोस पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है लेकिन अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है।