भारत की महिला क्रिकेटर बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिग्स का मानना है कि महिलाओं के पूर्ण इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) से शेफाली वर्मा जैसी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के खेल पर फर्क पड़ेगा जिससे भारतीय टीम को वैश्विक स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे देशों में महिलाओं के खेल को विकसित करने के लिए टी-20 टूर्नामेंट का आयोजन किया जाता है और 19 वर्षीय रोड्रिग्स का मानना है कि अगर भारत में महिला आईपीएल होगा तो उससे ऐसा ही फायदा होगा।
रॉड्रिक्स ने आईसीसी के '100% क्रिकेट' में कहा, "अगर आप बिग बैश देखें या किआ सुपर लीग देखें, तो इन लीगों ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड महिला खिलाड़ियों के खेल को काफी विकसित कर दिया है और अब न्यूजीलैंड ने भी ये शुरू कर दिया है। यह (आईपीएल) निश्चित रूप से खेल को विकसित करने वाला है और इससे नई प्रतिभा भी देश को मिलेंगी।"
उन्होंने 16 साल की शेफाली का उदाहरण दिया, जिन्होंने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से आईसीसी महिला टी 20 विश्व कप को आईपीएल की खोज करार दिया। उन्होंने कहा, ‘‘हम आईपीएल के जरिये शेफाली वर्मा को खोज सके, उसने आईपीएल में भी इतना बढ़िया किया था। हम जानते थे कि वह घरेलू सर्किट में अच्छा कर सकती हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने के बाद वह किसी भी गेंदबाज से भयभीत नहीं होती। हमें इन मैचों में खेलते हुए कई उभरती हुई प्रतिभायें मिल सकती हैं। ’’
रोड्रिग्स को लगता है कि आईपीएल में खेलने से न केवल देश में खेल को विकसित करने में मदद मिलेगी बल्कि भारतीय टीम की बेंच स्ट्रेंथ भी मजबूत होगी। बीसीसीआई ने पिछले दो वर्षों में महिलाओं के आईपीएल प्रदर्शनी मैचों की मेजबानी की है, लेकिन कहा है कि एक पूर्ण टूर्नामेंट को आकार लेने में कुछ समय लगेगा।
बोर्ड ने पुरुषों के आईपीएल प्ले-ऑफ के समानांतर चार टीमों के लिए टी-20 चैलेंज कप आयोजन करने का फैसला किया था, जिसमें कुल सात मैच खेले जाने हैं। इस बीच रोड्रिग्स ने महिला आईपीएल के विस्तार के लिए बीसीसीआई के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा, "वो टूर्नामेंट भारतीय खिलाड़ियों के लिए सीखने का एक शानदार अनुभव था, जिसने युवा खिलाड़ियों को खेल के दिग्गजों के साथ कंधे से कंधा मिलाने का मौका मिला।"