कहते हैं मुहब्बत और जंग में सबकुछ जायज होता है। जीत के लिए कोई भी किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहता है। ऐसी ही जंग द.अफ्रीका में शुरू होने वाली है। जिसको विराट की अग्निपरीक्षा कहा जा रहा है लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी। विराट जीत के लिए दोस्त को दुश्मन नहीं बनाएंगे।
विराट ने ए बी डिविलियर्स के बारे में कहा 'ऐसा नहीं है कि इस सीरीज में केवल दो खिलाड़ी खेल रहे हैं। एबी मेरे अच्छे मित्र हैं। वो जिस तरह से खेलते हैं, मैं उनका सम्मान करता हूं और मैं उनका व्यक्ति के तौर पर भी हमेशा सम्मान करता हूं। लेकिन जब हम एक-दूसरे के खिलाफ खेल रहे हैं, तो ऐसा नहीं है कि हम सीमाएं लांघ जाएंगे, हम ऐसे नहीं हैं।'
गुस्सा... आक्रमक रवैया... आंखों में अंगारे... विराट कोहली की कुछ ऐसी पहचान बनी हुई है लेकिन द.अफ्रीका पहुंचते हुए उन्होंने साफ कर दिया कि सिरीज़ तो वो जीतेंगे लेकिन दोस्ती को दांव पर नहीं लगाएंगे।
विराट ने कहा 'अफ्रीका में हमारा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन सीरीज को ड्रॉ करवाना ही रहा है। जैसा बॉलिंग अटैक और बैलेंस इस वक्त हमारे पास है, उससे हमे भरोसा है कि हम यहां जरूर जीतेंगे, इसमे कोई दो राय नहीं है।
विराट और डिविलियर्स की दोस्ती काफी पुरानी है। दोनों एक साथ आईपीएल में बैंगलोर की तरफ से खेलते हैं। दोनों एक दूसरे का सम्मान भी करते हैं और दोनों अपनी टीम की सबसे बड़ी ताकत भी हैं।
विराट ने अफ्रीका में 2 टेस्ट खेले हैं। जिसमें 68 की औसत से 272 रन बनाए। एक शतक और एक अर्धशतक शामिल है। जबकि अपने घर में डिविलियर्स ने भारत के खिलाफ 8 टेस्ट खेले हैं। जिसमें 35.21 की औसत से 493 रन बनाए। 2 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। हालांकि करीब 2 साल के बाद डिविलियर्स ने टेस्ट में वापसी की है।
वहीं पिछले साल विराट ने 10 टेस्ट में 75.64 की औसत से 1059 रन बनाए। जिसमें 5 शतक और 1 अर्धशतक शामिल है। जाहिर है विराट और डिविलियर्स के बीच जंग होगी... जोरदार होगी... लेकिन सम्मान के साथ होगी। दोनों एक दूसरे को हराना चाहेंगे लेकिन जीत का रास्ता सही होगा क्योंकि विराट को जीत चाहिए लेकिन दोस्त की बेइज्जती के साथ नहीं।