कोरोनावायरस के कहर वजह से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट ठप पड़ा हुआ है। इस महामारी के बाद जब क्रिकेट शुरू होगा तो उसके लिए आईसीसी ने नए दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं जिसमें गेंद पर लार के बैन के साथ-साथ बिना दर्शकों के मैच का आयोजन जैसे नियम शामिल हैं। गेंद पर लार के बैन के नियम से गेंदबाजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, कई दिग्गज गेंदबाजोंने इस नियम पर अपनी राय भी दी है। अब भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने कहा है कि इस नियम का आदी होने के लिए कम से कम एक महीने का समय चाहिए होगा।
शमी ने ईएसपीएनक्रिकइंफो के पहले हिंदी शो 'क्रिकेटबाजी' में भारतीय टीम के पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता से इस नियम पर बात करते हुए कहा "सलाइवा का उपयोग करना हमारी आदत में शुमार है। इसे वैक्स या वैसलीन से बदलना काफी मुश्किल होगा। हमें देखना होगा कि बाकी की चीजें किस तरह से काम करती हैं और हमें कम से कम एक महीने का समय चाहिए होगा इसका आदी होने में, नहीं तो इससे निश्चित तौर पर गेंदबाजों को परेशानी होगी।"
शमी ने हाल ही में एक अन्य इंटरव्यू में यॉर्कर किंग जसप्रीत बुमराह के साथ गेंदबाजी करने के लिए खुद को भाग्यशाली बताया था। शमी ने कहा था "मैं भाग्यशाली हूं कि दूसरे छोर से बुमराह गेंदबाजी करता है। उसकी सटीकता और गति शानदार है। हम मैदान के बाहर और मैदान पर भी बहुत सारी बातें करते हैं। हम एक दूसरे की ताकत को समझते हैं और परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढालते हैं। उसके साथ गेंदबाजी करना वास्तव में मेरे लिए काफी अच्छा काम करता है। जब बल्लेबाज उसकी गति को नकारने की कोशिश कर रहे होते हैं, तो मैं गेंदबाजी करने आता हूं और अपने स्विंग से उन्हें चौंका देता हूं। बुमराह एक जबरदस्त गेंदबाज हैं और मैं उनसे बहुत कुछ सीखता हूं।"
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भारत को इस साल के अंत में ऑस्ट्रेलिया का दौरा करना है, जहां उन्हें चार मैच की टेस्ट सीरीज के साथ वनडे और टी20 मैच भी खेलने है। भारत जब पिछली बार जब ऑस्ट्रेलिया गया था तो 2-1 से टेस्ट सीरीज जीतकर इतिहास रचकर आया था। जब मोहम्मद शमी से पूछा गया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए वो किस तरह की तैयारी कर रहे हैं तो उन्होंने कहा अभी उन्होंने कोई तैयारी नहीं की है वह पिच को देखकर उसी हिसाब से तैयारी करेंगे।