ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ हाल ही में हुई तीन मैचों की टी-20 सिरीज़ में हालंकि फ़ास्ट बॉलर आशीष नेहरा टीम में थे लेकिन उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौक़ा नहीं दिया गया था जिससे उनके फ़ैंस को बहुत निराशा हुई थी. कहा जा रहा था कि नेहरा की प्लेइंग XI में जगह नहीं बन पा रही थी इसलिए टीम मैनेजमेंट ने उन्हें बाहर बैठाया लेकिन सच्चाई तो कुछ और ही है.
espncricinfo के अनुसार नेहरा ने बुधवार को न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पहले टी-20 मैच के बाद क्रिकेट को अलविदा करते ही मीडिया से कहा कि उन्होंने ख़ुद बाहर बैठने का फ़ैसला किया था. उन्होंने कहा, "बहुत से लोग कह रहे हैं कि नेहरा ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ नहीं खेला. जब मैं वहां गया तो एक योजना के तहत गया था. मुझे लगा कि भुवनेश्वर कुमार तैयार है. अगर आपने पहले देखा हो तो बूमराह और मैं खेल रहे थे. दो स्पिनर्स और तीसरा फ़ास्ट बॉलर हार्दिक पंड्या था. इसका मतलब भुवी नहीं खेल रहा. इस साल IPL सीज़न के पहले वह (भुवी) भी ख़राब दौर से गुज़र रहा था. IPL के बाद मुझे लगा कि बतौर बॉलर मुझे भुवी की क़ीमत पर नहीं खेलना चाहिये.''
नेहरा ने कहा, "अगर अगले पांच-छह महाने में कोई बड़ा इवेंट होता जैसे विश्व कप या अगर मेरी अगले दो साल तक खेलने की योजना होती है तब तो प्लेइंग इलेवन में मेरी जगह बनती है लेकिन अगर कोई मुझसे बेहतर खेल रहा है तो ये जगह उसे मिलनी चाहिए. ऐसा नहीं कि टीम में रखकर मुझ पर कोई एहसान किया जा रहा है. आप मेरा दो साल का रिकॉर्ड देख सकते हैं. जब मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था, तब मैंने विराट और रवि शास्त्री से कहा कि ऐसा नहीं है कि मैं खेलना नहीं चाहता. अगर आपको तीन फ़ास्ट बॉलरों की ज़रुरत है तो मैं हाज़िर हूं. या फिर अगर विराट कहता है- 'नही, मुझे तुम्हारी ज़रुरत है, तो मैं तैयार हूं. हैदराबाद में बारिश में मैच धुल गया वर्ना मैं खेलने वाला था. टीम की बेहतरी के लिए ये मेरा फ़ैसला था."