वांडरर्स में भुवनेश्वर ने किया वंडर, तो अफ्रीकी पारी में मच गया बवंडर। ये सिर्फ विकेट नहीं है, बल्कि ये है जोहान्सबर्ग में हिंदुस्तान की जीत की असली वजह। भुवी की 24 गेंदों ने वो असर डाला, जिसने पसंदीदा मैदान पर हिंदुस्तान को जीत दिलाने का काम किया।
भुवनेश्वर कुमार ने अपने पहले स्पेल में फेंके 3 ओवर में 19 रन देकर 2 विकेट लिए। जबकि दूसरे स्पेल में बचे एक ओवर में 5 रन देकर 3 विकेट अपने नाम कर लिए। पहले स्पेल में भुवी के 2 विकेट गेंदबाज़ों का काम आसान कर चुके थे। अब भुवी का एक ओवर रोक दिया गया.... 18वें ओवर में भुवी की एक बार फिर याद आई, क्योंकि दक्षिण अफ्रीका को जीत के लिए 18 गेंद पर 50 रन की दरकार थी।
टी-ट्वेंटी क्रिकेट में 18 गेंद पर 50 रन बन जाना कोई बड़ी बात नहीं और वो भी तब जब ओपनर हैंन्ड्रिक्स मौजूद हो। भुवी ने आते ही सबसे पहले हैंड्रिक्स को ही निपटाया। इसके बाद क्लासेन को कुछ बड़ा करने से रोका और क्रिस मॉरिस को बिना खाता खोले आउट कर दक्षिण अफ्रीका की जीत की हर उम्मीद को ही तहस-नहस करके रख दिया।
इसके साथ ही भुवनेश्वर कुमार ने एक खास रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। भुवी क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट यानि टेस्ट, वनडे और टी-20 तीनों में 5 विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए।
भुवी टी-20 क्रिकेट में 5 विकेट लेने वाले पहले भारतीय पेसर हैं। भुवी इस टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज़ हैं। अनुभव का पूरा फायदा जोहान्सबर्ग टी-ट्वेंटी में भुवनेश्नर ने उठाया भी भरोसा रखिए भुवी का ये ही फॉर्म अगले 2 मुकाबले में भी दक्षिण अफ्रीका की हालत बद से बदतर करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।