जयपुर। चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने स्वीकार किया कि नो बॉल को लेकर अंपायर से उलझने के लिये महेंद्र सिंह धोनी से सवाल पूछे जायेंगे लेकिन कप्तान का बचाव करते हुए कहा कि वह बस स्पष्टीकरण मांग रहा था। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ गुरूवार की रात आईपीएल मैच में नो बॉल पर एक फैसले को लेकर धोनी डगआउट से निकलकर अंपायर उल्हास गांधे से बहस करने लगे।
फ्लेमिंग ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा,‘‘वह उस फैसले से नाराज थे कि नो बॉल देकर उसे वापिस क्यों लिया गया। वह स्पष्टीकरण चाहते थे। आमतौर पर वह ऐसा नहीं करते हैं और मुझे पता है कि आने वाले समय में उनसे यह सवाल बार बार पूछा जायेगा।’’
धोनी पर उस घटना के लिये मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना लगाया गया। फ्लेमिंग ने कहा,‘‘कुछ गलतफहमी हो गई थी। हमें लगा कि गेंदबाज के छोर पर अंपायर ने नो बॉल कहा है। यह गलतफहमी बनी रही कि नो बॉल थी या नहीं।’’
उन्होंने कहा,‘एमएस स्पष्टीकरण चाहता था जो मिल नहीं रहा था। इसलिये वह जाकर अंपायर से बात करने लगा। मैं नहीं कह सकता कि यह सही था या नहीं। लेकिन फैसले को लेकर गलतफहमी भी सही नहीं थी।’’