भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा का मानना है कि कोरोना महामारी के कारण अगर गेंद चमकाने के नियम में बदलाव होता है तो खिलाड़ियों को इसके लिए तैयार रहना चाहिए। कोरोना वायरस के कारण पूरी दुनिया में खेल आयोजन बंद पड़े हुए हैं और उसे फिर से बहाल किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
वहीं इस बीच एक बड़ी बहस का मुद्दा यह बन गया है कि मैच के दौरान खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए लार या फिर पसीने का इस्तेमाल करें या नहीं ? क्योंकि एक ही गेंद का इस्तेमाल कई सारे गेंदबाज करेंगे और खिलाड़ी उसे चमकाने के लिए लार या पीसने का इस्तेमाल करते हैं, जिससे की संक्रमण का जोखिम है।
इसके अलावा आईसीसी महामारी के चलते गेंद पर लार की बजाय कृत्रिम पदार्थ के इस्तेमाल की अनुमति देने की सोच रही है। हालांकि इस विकल्प पर क्रिकेट जगत की मिली जुली प्रतिक्रया है।
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इसी मुद्दे पर आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के साथ इंस्टाग्राम लाइव पर ईशांत ने कहा ,‘‘ हम जानते हैं कि क्रिकेट में बदलाव और नये नियमों पर बात हो रही है लेकिन मेरा मानना है कि क्रिकेटरों को इसके अनुकूल ढलना होगा।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ लार का इस्तेमाल नहीं करने पर गेंद आपके हिसाब से चमकेगी नहीं लेकिन कुछ और नहीं किया जा सकता । वैसे मैं इन चीजों के बारे में ज्यादा नहीं सोचता । मेरा मानना है कि भविष्य के बारे में ज्यादा सोचे बिना वर्तमान में जीना चाहिये।’’
ईशांत ने बातचीत में यह भी कहा कि उन्हें रिकी पोंटिंग से बढिया कोच नहीं मिला जिन्होंने पिछले साल आईपीएल में वापसी पर उन्हें यह महसूस कराया कि उनकी कितनी जरूरत है। पिछली बार बिक नहीं सके ईशांत को दिल्ली कैपिटल्स ने खरीदा।
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ईशांत ने कहा ,‘‘ मैने रिकी से बढिया कोच नहीं देखा। पिछले सत्र में आईपीएल में वापसी करते समय मैं काफी नर्वस था । लग रहा था कि क्रिकेट में डेब्यू कर रहा हूं। उन्होंने मुझे पहले दिन से सहज महसूस कराया और कहा कि सीनियर होने के नाते मुझे जूनियर गेंदबाजों की मदद करनी है। उससे मुझे काफी फायदा मिला।’’
लॉकडाउन के दौरान अपनी दिनचर्या के बारे में उन्होंने कहा ,‘‘ मैं सुबह पांच बजे उठता हूं और कोशिश करता हूं कि दौड़ सकूं। इसके बाद जिम करता हूं। अपनी फिटनेस को लेकर अनुशासित रहना बेहद जरूरी है ।’’