भारतीय टेस्ट टीम के सीनियर तेज गेंदबाज इशांत शर्मा आज भी टीम इंडिया की वनडे टीम में ना सिर्फ वापसी करना चाहते हैं बल्कि विश्वकप विजयी टीम का हिस्सा भी बनना चाहते हैं। इशांत ने अपना पिछला वनडे मैच जनवरी साल 2016 में खेला था। जिसके बाद से वो टीम इंडिया के लिए सफेद गेंद के खेल में जगह बनाने में कामयाब नहीं रहे हैं।
इस तरह वनडे क्रिकेट में अभी भी अपनी वापसी को बेताब इशांत शर्मा ने ईएसपीऍन क्रिकिंफो पर दीप दास गुप्ता से बातचीत में कहा, "जाहिर है, मैं विश्व कप में खेलना पसंद करूंगा। वास्तव में, मैं विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं, क्योंकि यह पूरी तरह से एक अलग एहसास होगा। हम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप खेल रहे हैं, जो कि उसके बराबर है। टेस्ट क्रिकेट में विश्व कप, लेकिन आपको पता है कि बहुत सारे लोग इसे फॉलो नहीं करते हैं, जबकि वनडे विश्व कप के लिए फैन्स पागल रहते हैं।"
31 साल के हो चुके इशांत शर्मा भारत के लिए अभी तक 97 टेस्ट खेल चुके हैं जिसमें उनके नाम 297 विकेट दर्ज हैं। इस तरह वो 300 विकेट लेने से सिर्फ 3 विकेट दूर हैं। ऐसे में अपने विकटों के सफर को याद करते हुए इशांत ने आगे टीम इंडिया के पूर्व कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के बारे में कहा, "एमएस धोनी ने हमेशा मेरा साथ दिया। मेरे पहले 50-60 टेस्ट के बाद भी, उन्होंने कभी नहीं कहा कि हम आपको हटाकर किसी और की तलाश करेंगे। सही बताऊ तो 97 टेस्ट खेलने के बाद भी, मैं अभी भी औसत और स्ट्राइक रेट जैसी चीजों को नहीं समझता! मैंने कभी इन चीजों के बारे में चिंता नहीं किया है। अगर मैं उन्हें समझने में सक्षम नहीं हूं, तो मुझे उन पर भरोसा क्यों करना चाहिए? यह सब सिर्फ एक संख्या है।"
इस तरह अब क्रिकेट के मैदान में इशांत और धोनी एक टीम में तो नहीं लेकिन हाँ, आईपीएल की रंगारंग क्रिकेट लीग में ये दोनों खिलाड़ी एक दूसरे के खिलाफ खेलते जरूर दिखाई देंगे। जिसकी शुरुआत 19 सितंबर से यूएई में होगी। इस लीग में इशांत दिल्ली कैपिटल्स के लिए तो धोनी एक साल से अधिक समय बाद क्रिकेट के मैदान में बल्ला लेकर बतौर चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान के रूप में नजर आएंगे।