क्राइस्टचर्च। इशांत शर्मा के टखने की चोट के फिर से उभरने के चलते बीसीसीआई को किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है। चोट के चलते इस तेज गेंदबाज को आईपीएल के शुरूआती हिस्से से हटना पड़ सकता है। इसके लिए राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (NCA) के मुख्य फिजियो आशीष कौशिक भी सवालों के घेरे में आ गए हैं। अगर इस तेज गेंदबाज को एनसीए में फिर से रिहैबिलिटेशन के लिए जाना पड़ेगा तो वह आईपीएल के शुरुआती हिस्से में नहीं खेल पाएंगे।
इशांत पहले टेस्ट से 72 घंटे पहले न्यूजीलैंड में भारतीय टीम से जुड़े थे और पांच विकेट चटकाने के लिए उन्होंने करीब 23 ओवर गेंदबाजी की। भारतीय टीम प्रबंधन उनके स्कैन के नतीजे पर चुप्पी साधे हुए है लेकिन बीसीसीआई में सूत्रों के अनुसार उनकी वही 'लिगामेंट' चोट फिर से उभर गई है, जिसके लिए वह एनसीए में रिहैबिलिटेशन से गुजरे थे। बीसीसीआई मीडिया टीम ने 24 घंटे बाद विज्ञप्ति जारी की जिसमें कोई अहम जानकारी नहीं दी गई थी।
चोट के इस ताजा प्रकरण से बीसीसीआई के अंदर भी कुछ सवाल उठ रहे हैं। बीसीसीआई के एक अंदरूनी सूत्र ने सवाल किया, 'दिल्ली टीम के फिजियो ने इशांत को स्कैन की रिपोर्ट के आधार पर 6 हफ्ते के लिए क्रिकेट से बाहर कर दिया था क्योंकि इसमें ग्रेड 3 चोट थी। तो कौशिक और एनसीए टीम इस निष्कर्ष पर कैसे पहुंची कि उनके प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी के लिए तीन हफ्ते का समय काफी है।'
दूसरा सवाल है कि क्या खिलाड़ी टेस्ट सीरीज के लिए खुद को समय पर फिट कराने के लिए खुद पर जोर दे रहा था? तीसरी सबसे अहम चीज है कि टीम के वरिष्ठ सीनियर तेज गेंदबाज को एक भी प्रतिस्पर्धी मैच खेले बिना वापसी के लिए हरी झंडी कैसे दे दी गई, जो चोट से राष्ट्रीय टीम में वापसी करने वाले हर खिलाड़ी के लिए नियम है।
इशांत ने यहां मीडिया को बताया कि उन्होंने एनसीए में दो दिन 21 ओवर गेंदबाजी की, जिसके बाद उन्हें राष्ट्रीय टीम में खेलने की मंजूरी मिली। उन्होंने कौशिक के साथ अपनी फोटो ट्वीट की थी, जिसमें वह अपने रिहैबिलिटेशन के लिए एनसीए की भूमिका की प्रशंसा कर रहे थे।