टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भले ही पिछले साल 2019 से टीम इंडिया के लिए मैच ना खेले हो लेकिन टीम इंडिया के खिलाडी अक्सर उन्हें मिस ( याद ) किया करते हैं। इस कड़ी में टेस्ट टीम इंडिया के सबसे सीनियर गेंदबाज इशांत शर्मा ने धोनी की खूबी के बारे में दिलचस्प खुलासा किया है। इशांत का मानना है कि वो अपने करियर के शुरूआती दिनों नहीं बल्कि साल 2013 के बाद धोनी को अच्छे से समझ पाए।
इशांत ने कहा कि साल 2013 के दौरान उन्होंने धोनी से ज्यादा बातें कीं और इसी दौरान उन्होंने धोनी के शांत स्वाभाव को समझा और जाना कि वह युवाओं के साथ कैसे पेश आते हैं। इशांत ने स्टार स्पोर्ट्स के शो पर कहा, "शुरुआत में धोनी के साथ मेरी बातचीत कम थी, लेकिन 2013 के बाद मैंने उनसे बात करना और उन्हें समझना शुरू किया।"
इशांत ने कहा, "तब मुझे पता चला कि वो कितने शांत हैं और वह कितने अच्छे से युवाओं से बात करते हैं, कैसे उनसे पेश आते हैं। वह मैदान पर भी ऐसे ही होते हैं। उन्होंने हमसे कभी भी कमरे में आने को मना नहीं किया। आप मोहम्मद शमी से पूछ सकते हैं, वे धोनी के कमरे में ज्यादा जाते हैं। वह हमेशा से ऐसे रहे हैं।"
इशांत ने अपने करियर की अधिकतर क्रिकेट धोनी के मार्गदर्शन में खेली है। उन्होंने 2016 में अपना आखिरी वनडे और 2013 में अपना आखिरी टी-20 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेला था लेकिन वह भारत की टेस्ट टीम का अभिन्न हिस्सा हैं।
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वहीं दूसरी तरफ क्रिकेट की बात करें तो कोरोना के काले बादल इस साल अक्टूबर माह में ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 विश्वकप पर भी मंडरा रहे हैं। जिस पर आईसीसी ने पिछले माह 10 जून को हुई बैठक में इस टूर्नामेंट के भविष्य पर कोई भी अधिकारिक फैसला टाल दिया था। जिसमें अगले साल 2021 में होने वाला महिला टी20 विश्वकप भी शामिल है। बीसीसीआई भी आईसीसी के टी20 विश्वकप के भविष्य के फैसले पर अपनी नजर बनाए हुए हैं। जिससे वो अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित पड़े हुए आईपीएल को सितंबर से नवंबर के बीच करा सके। ऐसे में ये सभी खिलाडी कब क्रिकेट के मैदान में दोबारा दिखाई देते हैं इसका फैंस को बेसब्री से इंतज़ार है।