बारिश की आंख मिचौनी के बीच भारत पहले टेस्ट के तीसरे दिन लंच पर 172 रन बनाकर ऑल आउट हो गई हालंकि एक समय 150 के पार भी जाना मुश्किल लग रहा था. श्रीलंका 35 साल में भारत में एक भी टेस्ट मैच नहीं जीती है. लेकिन क्या श्रीलंका के कप्तान दिनेश चांडीमल इस बार काले जादू का सहारा ले रहे हैं....? बक़ौल ख़ुद चांडीमल, उन्होंने अबुधाबी में काले जादू के ही दम पर पाकिस्तान को टेस्ट सिरीज़ में हराया.
पहले तो बारिश ने खेल में ख़ूब विध्न डाला और जब काले बादलों के बीच टॉस हुआ तो वो भी श्रीलंका जीत गई, मतलब पहले बैटिंग करने वाली टीम की शामत. हुआ भी कुछ ऐसा ही. राहुल मैच की पहली बॉल पर आउट हो गए. फिर धवन और फिर कप्तान कोहली....कहीं ये सारा उसी जादू-टोने का नतीजा तो नहीं?
दरअसल, चांडीमल के काले जादू की चर्चा बहुत हुई थी और दौरे की शुरुआत में भी उनसे इस बारे में सवाल किया गया था हालंकि मैनेजर ने बीच में आकर विष्य बदल दिया था लेकिन फिर भी भारतीय क्रिकेट प्रेमी के मन में इस तरह के सवाल उठने लाज़िमी हैं. बहरहाल, आज (18 नंवबर) चांडीमल 28 साल के हो गए. कोलकाता टेस्ट के तीसरे दिन वह अपना बर्थडे इस उम्मीद के साथ सेलीब्रेट करेंगे कि भारत में एक भी टेस्ट नहीं जीत पाने का दाग़ धुल जाए.
जादू-टोने की ये है कहानी
यूएई से कोलंबो लौटने के बाद विजयी कप्तान चांडीमल ने कहा था, 'मैं किसी से भी आशीर्वाद लेने के लिए हमेशा तैयार रहता हूं, चाहे वे तांत्रिक हो या पादरी. आप प्रतिभावान हो सकते हैं, लेकिन बिना दुआओं के आगे नहीं बढ़ सकते.'
उल्लेखनीय है कि श्रीलंका ने हाल ही में संपन्न टेस्ट सीरीज में पाकिस्तान को 2-0 से हराया था. स्वयं चांडीमल ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पहले मैच में नाबाद 155 रनों की पारी खेली थी, जबकि दूसरे टेस्ट मैच में उन्होंने अर्धशतक (62 रन) बनाया था.
एक रिपोर्ट के मुताबिक चांडीमल ने जिस जादू-टोने वाली की मदद ली थी, वो उनके एक दोस्त की मां हैं. हालांकि इसके बाद 5 वन-डे और 3 टी-20 में श्रीलंका का सूपड़ा साफ हो गया था. लेकिन तब वनडे सीरीज में उपुल थरंगा और टी-20 सिरीज़ में थिसारा परेरा ने कप्तानी की थी.