कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरे देश में खेल आयोजन बंद पड़ा हुआ है। हालांकि पांचवे लॉकडाउन में सरकार की तरफ कुछ ढील दी गई है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि एक बार फिर से मैदान पर सभी तरह के खेल वापसी देखने को मिल सकता है। वहीं लंबे समय बाद जब खिलाड़ी मैदान पर उतरेंगे तो उनके लिए फौरन अपने लय में आ पाना भी आसान काम नहीं होगा।
इसे लेकर भारत के पूर्व क्रिकेटर और तेज गेंदबाज इरफान पठान ने टीम प्रबंधन को कोरोना वायरस महामारी के बाद खेल बहाल होने पर गेंदबाजों की चोटों के प्रबंधन को लेकर काफी सतर्कता बरतने की अपील की है।
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भारतीय खिलाड़ियों ने 25 मार्च के बाद से अभ्यास नहीं किया है। कोरोना महामारी के बाद तब से देशव्यापी लॉकडाउन लागू था। तेज गेंदबाज शारदुल ठाकुर ने पिछले महीने बोइसर में अभ्यास शुरू किया। पठान ने कहा कि आईपीएल टीमों समेत सभी टीमों को गेंदबाजों को लेकर अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी क्योंकि दो महीने बाद मैदान पर लौटने पर चोटों की संभावना अधिक होगी।
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उन्होंने स्टार स्पोटर्स के शो ‘क्रिकेट कनेक्टेड’ पर कहा ,‘‘ चोटों का मैनेजमेंट सबसे अहम है। हमें गेंदबाजों पर फोकस करना होगा ।’’
आईसीसी ने भी हाल ही में गेंदबाजों के लिये खास दिशा निर्देश जारी करते हुए कहा था कि टीमों को गेंदबाजों के कार्यभार को लेकर सजग रहना होगा। पठान 2007 टी20 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम के सदस्य थे।