IPL मैच फिक्सिंग पर लोढ़ा कमिटी के फ़ैसले के बाद चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और राजस्थान रॉयल्स पर दो साल का बैन लग गया है। क्रिकेट की दुनिया की सबसे लोकप्रिय प्रतियोगिता में अचानक दो टीमों के कम हो जाने से टीम के मालिक तो परेशान हैं ही साथ ही सबसे अमीर क्रिकेट बोर्ड BCCI भी कोई रास्ता निकालने की उधेड़बुन में लगा हुआ है।
पूरे घटनाक्रम के बीच ये चर्चा गर्म है कि चेन्नई सुपर किंग्स की डूबती नैया की पतवार शायद महेंद्र सिंह धोनी को सौंप दी जाए।
वैसे स्पोर्ट्स बिजनस के मामले में धोनी कोई नौसीखिए नहीं हैं क्योंकि वह स्पोर्ट्स इंडस्ट्री के सफल व्यवसायियों में से एक हैं। उनके पास हॉकी इंडिया लीग (रांची) है और वह इंडियन सॉकर लीग की चेन्नैयन एफसी मैनेजमेंट के बोर्ड में भी वह हैं। ऐसे में एक आईपीएल टीम को चलाना उनके लिए कोई नया काम नहीं होगा।
धोनी के एक व्.वसायी के तौर पर चेन्नई सुपर किंग्स को लेना चाहेंगे क्यों ये न सिर्फ एक बड़ा ब्रांड बन चुकी है बल्कि वह खुद भी किसी और आईपीएल टीम में खेलने से बच जाएंगे।
ये कुछ ऐसे विकल्प हैं जिस पर अभी सिर्फ माथापच्ची हो रही है। धोनी के पास एक ओर विकल्प है और वो ये कि चेन्नई की बजाय रांची से टीम लाई जाए।
इस विचार पर सीएसके मैनेजमेंट अपनी हामी भर सकता है और सीएसके पर लगे दो साल के बैन के दौरान यह हालात जारी रह सकते हैं।
इधर BCCI के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने भी संकेत दिया है कि वे टीमों और खिलाड़ियों के हितों का ध्यान रखने के पक्ष में हैं।
ख़बर तो ये भी है कि राजस्थान रॉयल्स भी अहमदाबाद से अपनी टीम को लॉन्च करने की तैयारी पर विचार कर रही है।