नयी दिल्ली: इंडियन प्रेमियर लीग खिलाड़ियों की बोली के लिहाज़ से क्रिकेट की दुनियां की सबसे मंहगी प्रतियोगिता मानी जाती है। भारत जैसे क्रिकेट के दीवाने देश में खिलाड़ियों की ऊंची बोली लगना स्वाभाविक भी है लेकिन इस बार आईपीएल-10 के लिए हुई नीलामी में फ्रेंचाइजियों ने थोड़ी सतर्कता दिखाते हुए बोली लगाई क्योंकि पिछले साल लगभग सभी महंगे क्रिकेटरों ने निराश किया था।
पिछले साल ऑलराउंडर पवन नेगी 8.50 करोड़ में बिके थे लेकिन इस बार मात्र एक करोड़ रुपये पर ही लटक गए। दरअसल टीम मालिकों ने इस बार नये खिलाड़ियों पर अधिक दांव लगाना बेहतर समझा। इस समझ का सबसे ज़्यादा फ़ायदा इंग्लैंड के ऑराउंडर बेन स्टोक्स को हुआ जिन्हें राइजिंग पुणे सुपरजायन्ट्स ने 14.50 करोड़ में खरीदा। दूसरी तरफ इंग्लैंड के ही तूफानी गेंदबाज़ टाइमल मिल्स पर दूसरी सबसे बड़ी बोली लगी जिन्हें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू ने 12 करोड़ में ख़रीद लिया।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के तेज गेंदबाज टाइमल मिल्स का मानना है कि 12 करोड़ की कीमत का दबाव होना स्वाभाविक है, लेकिन इससे सिर्फ नाकामी ही हाथ लगेगी, जो उन्हें बिल्कुल भी स्वीकार नहीं होगी. मतलब साफ है कि मिल्स खासे सजग नजर आ रहे हैं, क्योंकि उन पर अपनी कीमत पर खरा उतरने का दबाव है और वह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहते.
मिल्स ने आरसीबी के अभ्यास सत्र के बाद कहा, ‘मैं पैसे को लेकर अपने पर दबाव नहीं बनाना चाहता. ऐसा करने पर आप खुद अपनी नाकामी की तैयारी करेंगे. मैं अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रयास की कोशिश करूंगा.’ उन्होंने कहा, ‘मैं जो अभी तक करता आया हूं, उसमें कोई बदलाव नहीं होगा. मुझे इस पर यकीन है और इसी से अभी तक कामयाबी मिली है.’
इस बार मोटी रकम में बिके खिलाड़ी अपने प्रदर्शन को लेकर सजग नज़र आ रहे हैं क्योंकि उन्हें पता है कि अगर परफ़ार्म नहीं कर सके तो अगली बार उन्हें दुनिया की इस सबसे मशहूर लीग में कोई नहीं पूछेगा।
हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे महंगे खिलाड़ियों के बारे में जिनका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है।