कोरोना महामारी के बीच इंडियन प्रीमियर लीग ( आईपीएल ) के 13वें सीजन का आगाज 19 सितंबर से यूएई में होना है। जिसके लिए बीसीसीआई समेत सभी फ्रेंचाईजी अपनी - अपनी तैयारियों में लग गई है। मगर ऐसे में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ( सीएसके ) के सामने कई समस्याएं आकर सामने खड़ी हो गई हैं।
दरअसल, चेन्नई के सभी खिलाड़ी 20 अगस्त को यूएई के लिए रवाना हो सकते हैं और वहाँ पहुंचकर जल्द से जल्द अपना ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू कर देंगे। ऐसे में उनकी टीम के कई विदेशी खिलाड़ी निजी व्यस्तता के कारण टीम के शुरुआतती चरणों में ट्रेंनिंग करते नहीं नजर आ पाएंगे। इस कड़ी में दक्षिण अफ्रीका के फाफ डु प्लेसी और लुंगी एनगिडी ट्रेनिंग कैंप में थोड़ा देरी से शामिल हो सकते हैं।
जबकि दूसरी तरफ देखें तो 18 अगस्त से कैरिबियाई प्रीमीयर लीग ( सीपीएल ) का आगाज हो रहा है। जिसके चलते ड्वेन ब्रावो, इमरान ताहिर और मिशेल सैंटनर कब तक टीम से जुड़ेंगे इसको लेकर फिलहाल फैसला नहीं हो सका है। क्योंकि ये तीनो ही खिलाड़ी इस लीग में शिरकत करते नजर आएंगे। वहीं टीम के कोच स्टीफेन फ्लेमिंग, माइक हस्सी और शेन वॉटसन के 22 अगस्त तक यूएई पहुँचने के आसार नजर आ रहे हैं।
इस तरह आईपीएल के लिए कोरोना काल से पहले ही मार्च में फिटनेस और ट्रेनिंग शुरू कर देने वाली चेन्नई टीम के गेंदबाजी कोच लक्ष्मीपति बालाजी ने कहा कि हम वहीं से शुरुआत करना चाहेंगे, जहां हमने मार्च में छोड़ा था। हालांकि पहले आईपीएल 29 मार्च से होना था मगर कोरोना महामारी के कारण अब इसे देश से बाहर कराना पड़ रहा है। जिसको लेकर बालाजी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कहा, 'हर खिलाड़ी का अलग रूटीन होगा, आईपीएल की तैयारी के लिए। हमारा प्लान है कि हम उनको अपने शरीर और फॉर्म को समझने के लिए पूरी आजादी दें।'
बता दें कि चेन्नई का टीम मैनेजमेंट ट्रेनिंग कैम्प भारत में ही फिर से 15 अगस्त से चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में शुरू करने की तैयारी में है। जिससे 20 अगस्त को यूएई जाने से पहले खिलाड़ियों की फित्नेसर उनकी फॉर्म पर पूरी नजर रखी जा सके।