भारत के पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर का मानना है कि यूएई में इंडिया प्रीमियर लीग में भाग लेने पर कोरोनोवायरस महामारी क्रिकेटरों के प्रदर्शन को प्रभावित नहीं करेगी। दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व कप्तान ने जोर देकर ये भी कहा कि खिलाड़ियों को दिशानिर्देशों का पालन करना चाहिए।
गंभीर ने एएनआई को बताया, "मुझे नहीं लगता कि खिलाड़ी इससे डरेंगे। बायो सिक्योर बबल में रहना और दिशानिर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है। सिर्फ एक व्यक्ति के कारण टूर्नामेंट का बलिदान नहीं किया जा सकता है। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि खिलाड़ी दिशानिर्देशों का पालन करें।”
IPLका 13 वां संस्करण 19 सितंबर से 10 नवंबर तक यूएई के तीन स्थानों - अबू धाबी, शारजाह और दुबई में खेला जाएगा। पिछले महीने बीसीसीआई ने दो खिलाड़ियों सहित 13 लोगों के कोरोना टेस्ट में पॉजिटिव पाए जाने की पुष्टि की थी।
दिल्ली कैपिटल्स के टूर्नामेंट जीतने की संभावनाओं पर बोलते हुए गंभीर ने कहा कि आईपीएल में किसी भी चीज़ के बारे में निश्चितता नहीं है और यह भी मुद्दा उठाया कि भारतीय खिलाड़ियों ने महामारी के कारण लंबे समय से क्रिकेट नहीं खेला है।
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गंभीर ने कहा, "आईपीएल एक ऐसा टूर्नामेंट है जहां कोई भी टीम दूसरी टीम को हरा सकती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आप यात्रा कैसे शुरू करते हैं। साथ ही, भारतीय खिलाड़ियों ने पिछले 6 महीनों से कोई क्रिकेट नहीं खेला है, ऐसे में ये टूर्नामेंट शुरू होने के बाद ही पता चलेगा कि खिलाड़ी कितने तैयार है या नहीं।
इस बीच युवराज सिंह ने बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह को एक मेल भेजकर संन्यास वापस लेकर दोबारा खेलने की अनुमति मांगी है। इस पर गंभीर ने कहा, "यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है और प्रत्येक व्यक्ति युवी को खेलते हुए देखना पसंद करता है। यदि वह पंजाब के लिए खेलना चाहता है तो क्यों नहीं? आप किसी क्रिकेटर को शुरू करने या समाप्त करने के लिए मजबूर नहीं कर सकते हैं और यदि वह चाहते हैं, तो रिटायरमेंट से वापस आकर प्रेरणा के साथ खेलें, उनका स्वागत है।”