आंद्रे रसेल ने गुरुवार को 13 गेंदों पर सात छक्के और एक चौके की मदद से 48 रनों की नाबाद पारी खेल रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 12वें संस्करण में पहली जीत से महरूम रखते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स को पांच विकेट से रोमांचक जीत दिलाई।
बेंगलोर ने कप्तान विराट कोहली (84), अब्राहम डिविलियर्स (63) की बेहतरीन पारियों के दम पर निर्धारित 20 ओवरों में तीन विकेट खोकर 205 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया था और इस संस्करण की अपनी पहली जीत को लेकर आश्वस्त दिख रही थी, लेकिन रसेल ने अपने तूफानी अंदाज का परिचय देते हुए कोलकाता को जीत दिला दी।
आखिरी दो ओवरों में कोलकाता को जीतने के लिए 30 रनों की दरकार थी। रसेल ने 19वां ओवर फेंकने आए अनुभवी टिम साउदी के ओवर में चार छक्के और एक चौका मार बेंगलोर की हार तय कर दी। आखिरी ओवर में कोलकाता को जीतने के लिए 1 रन की दरकार थी जो उसने 20वें ओवर की पहली गेंद पर बना मैच अपने नाम किया।
मजबूत लक्ष्य को हासिल करने के लिए कोलकाता ने क्रिस लिन के साथ सुनील नरेन को पारी की शुरुआत करने भेजा था, हालांकि नरेन असफल रहे आठ गेंदों पर सिर्फ दो चौकों की मदद से 10 रन बनाकर 28 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट लिए।
लिन अपने आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे थे और बड़े शॉट खेलने से पीछे नहीं हट रहे थे। रॉबिन उथप्पा (33) उनका अच्छा साथ दे रहे थे। दोनों ने टीम का स्कोर 93 रनों तक पहुंचा दिया था, लेकिन तभी उथप्पा, पवन नेगी की गेंद पर साउदी के हाथों लपके गए।
उथप्पा का विकेट 10वें ओवर की पांचवीं गेंद पर गिरा। अगले ओवर की दूसरी गेंद पर मोहम्मद सिराज ने मार्कस स्टोइनिस की गेंद पर लिन का कैच छोड़ दिया। लिन इस जीवन दान को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाए और अगले ओवर में नेगी ने 108 के कुल स्कोर पर बोल्ड कर दिया। लिन ने 31 गेंदों पर चार चौके और दो छक्कों की मदद से 43 रन बनाए।
सिराज ने 16वें ओवर की तीसरी गेंद पर नीतीश राणा (37) का कैच भी छोड़ा लेकिन राणा अगली ही गेंद पर अतिरिक्त खिलाड़ी हेनरिक क्लासेन के हाथों लपके गए। अगली गेंद पर कोलकाता के कप्तान दिनेश कार्तिक (8) पगाबाधा करार दे दिए गए। इस पर उन्होंने रिव्यू लिया जो सफल रहा और कार्तिक बच गए।
राणा के जाने के बाद से बेंगलोर की चिंताएं कम नहीं हुई थी क्योंकि कोलकाता के तूफानी बल्लेबाज रसेल ने मैदान पर कदम रख लिया था। कोलकाता को 24 गेंदों पर 66 रनों की दरकार थी और उम्मीदें कार्तिक तथा रसेल से थीं। कार्तिक (19) को नवदीप सैनी ने 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर पवेलियन भेज दिया था, लेकिन इसके बाद रसेल ने मैच का पासा पलट दिया।
इससे पहले, जीत के लिए उतावली बेंगलोर मैच के शुरू में बेहतर नजर आई। कप्तान कोहली के साथ पार्थिव पटेल (25) ने टीम को मनमाफिक शुरुआत दी। छह ओवर में इस जोड़ी ने 50 का आंकड़ा पार कर लिया। राणा ने इस साझेदारी को आठवें ओवर की पांचवीं गेंद पर तोड़ा। पार्थिव 64 के कुल स्कोर पर पगबाधा आउट करार दिए गए।
लेकिन, इसके बाद कोलकाता के गेंदबाजों की परेशानी शुरू हो गई। विश्व के दो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज कोहली और डिविलियर्स मैदान पर थे। इन दोनों ने अपने अंदाज में बल्लेबाजी की और तेजी से रन बटोरे। इन दोनों ने 10-15 ओवर के बीच 64 रन जोड़े।
यह जोड़ी कोलकाता के लिए खतरनाक साबित हो रही थी और तेजी से रन बना रही थी। कुलदीप यादव ने कोहली को अपनी ही गेंद पर कैच कर इस साझेदारी को तोड़ा। 49 गेंदों की पारी में नौ चौके और दो छक्के मारने वाले कोहली का विकेट 172 के कुल स्कोर पर गिरा। डिविलियर्स 19वें ओवर की आखिरी गेंद पर 185 के कुल स्कोर पर नरेन का शिकार बने। उन्होंने 32 गेंदों की पारी में पांच चौके और चार छक्के लगाए।
अंत में मार्कस स्टोइनिस ने 23 गेंदों पर तीन चौके और एक छक्के की मदद से 28 रनों की नाबाद पारी खेल टीम को 200 को पार पुहंचाया। आखिरी के पांच ओवरों में बेंगलोर ने 63 रन जोड़े। कोलकाता के लिए राणा, कुलदीप और नरेन को एक-एक सफलता मिली।