पंजाब ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 166 रन बनाए थे, लेकिन दिल्ली मजबूत स्थिति के बाद भी अंतिम ओवरों में बिखर गई और 19.2 ओवरों में 152 रन ही बना सकी।
कुरैन ने कुल चार विकेट लिए जिसमें हैट्रिक शामिल है। उन्होंने 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर हर्षल पटेल (0) को आउट किया और फिर 20वें ओवर की शुरुआती दो गेंदों पर कागिसो रबाडा और संदीप लमिछाने के विकेट ले अपनी हैट्रिक पूरी की।
ऋषभ पंत (39) और कॉलिन इनग्राम (38) जब तक मैदान पर थे दिल्ली की जीत पक्की लग रही थी, लेकिन मोहम्मद शमी ने पंत और फिर कुरैन ने अगले ओवर में दो विकेट ले दिल्ली से जीत छीन ली।
दिल्ली को शुरुआत तो अच्छी नहीं मिली। पंजाब के कप्तान रविचंद्रन अश्विन ने पारी की पहली ही गेंद पर युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को आउट कर दिया। दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर (28) और शिखर धवन (30) ने दूसरे विकेट के लिए 61 रनों की साझेदारी की।
हर्डस ने अय्यर को बोल्ड कर इस साझेदारी को तोड़ा। कुछ देर बाद धवन भी 82 के कुल स्कोर पर अश्विन की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए। 105 के कुल स्कोर पर दिल्ली को तीसरा झटका लग गया था जब हर्डस की गेंद पर अंपायर ने इनग्राम को पगबाधा आउट करार दे दिया था लेकिन यहां रिव्यू ने इनग्राम और दिल्ली दोनों को बचा लिया।
यहां से पंत और इनग्राम की जोड़ी ने रनों के सिलसिले को जारी रखा और चौथे विकेट के लिए 66 रनों की साझेदारी की। शमी ने 17वें ओवर की चौथी गेंद पर पंत को बोल्ड कर पंजाब की उम्मीदें जिंदा की जिन्हें अगली ही गेंद पर क्रिस मौरिस के रन आउट होने से और बल मिल गया।
अगले ओवर में सैम कुरैन ने इनग्रम और हर्षल पटेल (0) को पवेलियन भेज दिल्ली को और संकट में डाल दिया। शमी ने 19वें ओवर में हनुमा विहारी (2) को बोल्ड कर अपनी टीम को और मजबूत कर दिया। आखिरी ओवर में कुरैन ने दो गेंदों पर ही दिल्ली को पवेलियन में बैठा दिया।
कुरैन के अलावा शमी और अश्विन ने दो-दो विकेट लिए।
इससे पहले दिल्ली ने टॉस जीतकर पंजाब को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। लोकेश राहुल (15) पंजाब को तेज शुरुआत देने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने दूसरे ओवर में एक चौका और एक छक्का लगाया लेकिन ओवर की पांचवीं गेंद पर वह पगबाधा आउट करार दे दिए गए। इस पर राहुल ने रिव्यू लिया लेकिन वह सफल नहीं रहा।
राहुल के साथ पारी की शुरुआत करने आए कुरैन (20) ने रन गति को रुकने नहीं दिया। आवेश खान द्वारा फेंके गए तीसरे ओवर में कुरैन ने तीन शानदार चौके जड़े। इसके अगले ओवर में लमिछाने पर बेहतरीन छक्का मारा, लेकिन अगली ही गेंद पर वह चूक गए और पगबाधा आउट हो गए। 36 के कुल स्कोर पर पंजाब ने दो विकेट खो दिए थे।
मयंक अग्रवाल सिर्फ छह रन ही बना सके। यहां से युवा बल्लेबाज सरफराज खान (39) और अनुभवी डेविड मिलर अच्छी तरह टीम के स्कोर बोर्ड को चला रहे थे। इस बीच संदीप की एक गेंद सरफराज के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर ऋषभ पंत के दस्तानों में समा गई। 29 गेंदों की पारी में छह चौके मारने वाले सरफराज के रूप में पंजाब ने अपना चौथा विकेट खोया।
डेविड मिलर की पारी का अंत क्रिस मौरिस ने 137 के कुल स्कोर पर किया। उन्होंने 30 गेंदों पर चार चौके और दो छक्कों की मदद से 43 रनों की पारी खेली। मिलर के जाने के बाद पंजाब की टीम ने लगातार विकेट खोए। हर्डस विलोजेनव (1), रविचंद्रन अश्विन (3), मुरुगन अश्विन (1) और मोहम्मद शमी (0) जल्दी पवेलियन लौट लिए।
मनदीप सिंह (नाबाद 29) ने आखिरी दो गेंदों पर अहम 10 रन बटोर टीम को सम्मानजनक स्कोर दिया।
दिल्ली के लिए क्रिस मौरिस ने तीन सफलताएं अर्जित कीं। कागिसो रबाडा और संदीप लमिछाने ने दो-दो विकेट लिए।