मोहाली। विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की अर्धशतकीय पारियों से रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर ने शनिवार को यहां किंग्स इलेवन पंजाब पर आठ विकेट से जीत दर्ज करके अपनी हार का क्रम तोड़ा और आईपीएल 2019 में अपनी उम्मीदें बरकरार रखी। कोहली ने 53 गेंदों पर 67 और डिविलियर्स ने 38 गेंदों पर नाबाद 59 रन बनाये। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिये 85 रन की साझेदारी की। मार्कस स्टोइनिस ने आखिरी क्षणों में 16 गेंदों पर नाबाद रन की पारी खेली जिससे बेंगलोर 19.2 ओवर में दो विकेट पर 174 रन बनाकर अपना खाता खोलने और क्रिस गेल की पारी पर पानी फेरने में सफल रहा।
किंग्स इलेवन ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर चार विकेट पर 173 रन बनाये। गेल ने केवल एक रन से शतक से चूक गये। उन्होंने 64 गेंदों पर नाबाद 99 रन बनाये और इस बीच दस चौके और पांच छक्के लगाये। उनके अलावा किंग्स इलेवन का कोई भी अन्य बल्लेबाज 20 रन तक नहीं पहुंच पाया। पंजाब की यह आठ मैचों में चौथी हार है जबकि बेंगलोर की सात मैचों में पहली जीत। उसे पहले छह मैचों में हार का सामना करना पड़ा था।
कोहली ने पारी के दूसरे ओवर में मोहम्मद शमी का दो चौकों से स्वागत करके अपने इरादे जतला दिये थे लेकिन पार्थिव पटेल (नौ गेंदों पर 19) देर तक नहीं टिक पाये। उनकी जगह लेने के लिये उतरे डिविलियर्स ने भी अपने कप्तान के अंदाज में बल्लेबाजी की जिससे पावरप्ले में स्कोर एक विकेट पर 63 रन तक पहुंच गया। जब कोहली और डिविलियर्स क्रीज पर हों समां बंधना लाजिमी है। पीसीए मैदान दर्शकों को मन इच्छित लंबे शाट देखने को नहीं मिले लेकिन उन्होंने कुछ असली क्रिकेटिया शाट का भरपूर आनंद लिया। इन दोनों ने आईपीएल में जोड़ी के रूप में सर्वाधिक रनों का नया रिकार्ड भी बनाया।
कोहली 37 गेंदों पर 50 रन पर पहुंचे। इस बीच वह भारत की तरफ से टी20 में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज बने। उन्होंने सुरेश रैना (8145) को पीछे छोड़ा। मोहम्मद शमी ने हालांकि उन्हें आसान कैच देने के लिये मजबूर किया। कोहली ने आठ चौके लगाये। जब कोहली आउट हुए तो बेंगलोर को 26 गेंदों पर 46 रन की दरकार थी। ऐसे में एंड्रयू टाई का पारी का 18वां ओवर निर्णायक साबित हुआ। स्टोइनिस ने इस ओवर में लगातार दो चौके लगाये, जीवनदान पाया जबकि डिविलियर्स ने पारी का पहला छक्का जमाया। शमी के अगले ओवर में भी दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज ने छक्का लगाया। डिविलियर्स की पारी में इन दो छक्कों के अलावा पांच चौके भी शामिल हैं।
इससे पहले रैना (2013) के बाद गेल दूसरे बल्लेबाज बने जो आईपीएल में 99 रन पर नाबाद रहे। गेल ने अपनी पारी के दौरान केएल राहुल (18) के साथ पहले विकेट के लिये 66 और मनदीप सिंह (नाबाद 18) के साथ पांचवें विकेट के लिये 60 रन की अटूट साझेदारी की। बेंगलोर के गेंदबाजों विशेषकर युजवेंद्र चहल (33 रन देकर दो), मोइन अली (19 रन देकर एक) और नवदीप सैनी (चार ओवर में 23 रन) की तारीफ करनी होगी जिन्होंने बीच के सात ओवरों में केवल 42 रन दिये।
गेल ने जब खाता भी नहीं खोला था तब उनके खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील ठुकरा दी गयी और बेंगलोर ने रिव्यू न लेकर गलती की। इसका जश्न गेल ने उमेश यादव पर चौका और लांग आन पर छक्का जड़कर मनाया। उन्होंने सबसे कड़ा सबक तो मोहम्मद सिराज (54 रन देकर एक विकेट) को सिखाया। पावरप्ले के अंतिम ओवर में कोहली ने सिराज को गेंद सौंपी थी। गेल ने इस ओवर में तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 24 रन बटोरकर स्कोर 60 रन पहुंचा दिया।
चहल पावरप्ले के बाद गेंदबाजी के लिये आये। राहुल ने छक्के से उनका स्वागत किया लेकिन अगली गेंद पर लंबा शाट खेलने से चूक गये और बाकी काम विकेटकीपर पार्थिव ने पूरा कर दिया। राहुल की जगह लेने के लिये उतरे मयंक अग्रवाल (15) भी चहल के अगले ओवर में छक्का जड़ने के बाद अगली गेंद पर बोल्ड हो गये। सरफराज खान (15) ने चलन बरकरार रखा। सिराज पर छक्का लगाने के बाद अगली गेंद पर वह विकेट के पीछे कैच दे बैठे। मोइन अली ने हमवतन सैम करेन (एक) को आते ही पवेलियन की राह दिखा दी।
बीच के ओवरों में गेल भी कुछ खास नहीं कर पाये। इस बीच जब वह 83 रन पर थे तो कोहली ने उनका आसान कैच भी छोड़ा जिसका जश्न उन्होंने उमेश पर छक्का जड़कर मनाया। उन्हें शतक के लिये आखिरी गेंद पर छक्का चाहिए। गेंदबाज सिराज था लेकिन गेल चौका ही लगा पाये।