आईपीएल का सीजन 12 अब अपने अंतिम पडाव पर है। चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस के बीच आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेला जाना है। जिसको लेकर दोनों टीमें अपनी-अपनी पूर जोर तैयारी में जुटी हुई हैं। चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टीम जहां आईपीएल इतिहास का आंठवा फाइनल खेलेगी तो वही मुंबई अपना पांचवा फाइनल मुकाबला खेलेगी।
चेन्नई की बात करें तो उसने अपने सात फाइनल मुकाबलें में तीन बार जीत हासिल कर चुकी है जबकि मुंबई की टीम चार में से तीन बार फाइनल मुकाबला जीत चुकी है। ऐसे में आकड़ों के आधार पर देखा जाए तो मुंबई को फाइनल जीतने का ज्यादा अच्छा अनुभव प्राप्त है। वहीं आईपीएल के सीजन 12 में देखा जाए तो चेन्नई को तीन बार मुंबई से हार का सामना करना पड़ा है। जिसके चलते उसे इस फाइनल मैच में जीतने के लिए कुछ ना कुछ करिश्माई जरूर करना होगा। जिससे चेन्नई सुपर किंग्स की टीम मुंबई के खौफ से बाहर आ सके।
मुंबई की बात करे तो उसकी टीम में कोई भी विभाग कमज़ोर नजर नहीं आता है। बल्लेबाजी, फील्डिंग और गेंदबाजी सभी विभागों में मुंबई ने 100 में 100 अंक हासिल किए है। यही कारण है की वो इस सीजन का फाइनल खेल रहे हैं।
आईपीएल के सीजन 12 का फाइनल मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेला जाना है। जहां पर सनराइजरस हैदराबाद से ओपनिंग करते हुए डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयरेस्टो ने शतक मारे थे। इससे साफ़ जाहिर की विकेट बल्लेबाजी के अनुकूल रहने वाला है हालाँकि स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलने वाली हैं। चेन्नई की टीम को अगर मैच जीतना है तो मुंबई की इसी एक कमजोरी का फायदा उठाकर फाइनल ख़िताब जीतना होगा।
मुंबई की कमज़ोर स्पिन गेंदबाजी का उठाना होगा फायदा
मुंबई की स्पिन गेंदबाजी में ताकत की बात करे तो क्रुणाल पंड्या सबसे अनुभवी स्पिनर माने जाते हैं। जबकि मयंक मार्कंडे और राहूल चाहर भी युवा स्पिन गेंदबाजों के रूप में मौजूद हैं। हालांकि राहुल ने अपनी गेंदबाजी से सभी की काफी प्रभावित किया है। उनकी घुमती गेंदों के आगे कई बल्लेबाज पवेलियन जाते नजर आए हैं लेकिन चेन्नई के बल्लेबाजों को भी स्पिन खेलने में महारथ हासिल है। राहुल को बड़े मैच खेलने का अनुभव काफी कम है। ऐसे में अगर चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाज उन पर शुरू में प्रहार कर गेंद की लाइन एंड लेंथ बिगाड़ देते हैं तो राहुल के लिए वापसी करना काफी मुश्किल होगा।
इस तरह चेन्नई को अगर फाइनल मुकाबलें में जीतना है तो मुंबई के खतरनाक तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और लसिथ मलिंगा को आराम से खेलने के बाद स्पिन गेंदबाजों पर हमला करना होगा। क्योंकि मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा के पास स्पिन गेंदबाजी में इतने विकल्प मौजूद नहीं है जिससे चेन्नई को आईपीएल का चौथी बार ख़िताब जीतने में आसानी होगी।