आईपीएल इतिहास की सबसे दमदार चेन्नई सुपर किंग्स टीम के सलामी बल्लेबाज शेन वॉट्सन ने अपने देश की टी20 लीग से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। 37 साल के हो चुके वॉट्सन ने ऑस्ट्रेलिया की बिग बैश लीग में खेलें 42 मैचों में वॉटसन ने 1,058 रन बनाए और साथ ही 42 विकेट भी अपने नाम किए।
साल 2016 में अन्तराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके वॉट्सन बिग बैश लीग ( बीबीएल ) के चार सीजन खेल चुकें हैं। ऐसे में स्वदेशी लीग छोड़ने के बाबत वॉट्सन आईपीएल जैसी विदेशी लीगों में खेलते रहेंगे।
वॉटसन के इस फैसले पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के मुख्य अधिकारी केविन रॉबर्ट्स ने कहा, “शेन वॉटसन क्रिकेट के मैदान पर उतरने वाले सबसे रोमांचक शॉर्ट फॉर्मेट खिलाड़ियों में से एक थे। प्रतिभाशाली, कुशल और शक्तिशाली, शेन सबसे अच्छे बल्लेबाज थे। कुछ महीने पहले ही उन्होंने गाबा में ब्रिस्बेन हीट के खिलाफ थंडर के लिए सिर्फ 62 गेंदों में शतक बनाया था।”
रॉबर्ट्स ने आगे कहा, “लगभग दो दशक के करियर में शेन ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में और फिर घरेलू क्रिकेट में बिग बैश के महत्वपूर्ण खिलाड़ी के रूप में एक बड़ा योगदान दिया। उनकी सबसे बड़ी गुणवत्ता दृढ़ता थी, जो कई बार गंभीर चोटों का कारण बनी और उसकी गति को कम किया। वो एक अच्छा स्विंग और सीम गेंदबाज बन गया।”
उन्होंने कहा, “इन चोटों के बावजूद शेन ने काफी क्रिकेट खेला, सभी फॉर्मेट्स के 307 मैचों में ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व किया और कुल मिलाकर अंतरराष्ट्रीय और घरेलू क्रिकेट के 700 से अधिक मैच खेले, जिसमें 25,000 से अधिक रन बनाए और 600 से अधिक विकेट लिए। वो 1,000 से अधिक रन बनाने वाले एकमात्र सिडनी थंडर बल्लेबाज भी हैं। वो स्टीव वॉ के बाद ऑस्ट्रेलिया का सबसे सफल टेस्ट और वन-डे बल्लेबाजी ऑलराउंडर है। किसी भी अन्य ऑस्ट्रेलियाई ने किसी भी फॉर्मेट में कई रन और विकेट नहीं जोड़े हैं।”
ऐसे में शेन वॉट्सन की बढती उम्र के सामने समस्या के रूप में खड़ी फिटनेस आईपीएल पर भी सोचने को मजबूर कर सकती है। हालांकि वॉट्सन ने पिछले साल चेन्नई को आईपीएल 2018 के फाइनल में शतक मारकर मैच जीताया था। जिसके बाद इस साल भी उनक मिला जुला प्रदर्शन जारी है। इस तरह देखना दिलचस्प होगा की घरेलू बिग बैश लीग से संन्यास लेने के बाद वॉट्सन जैसा धुरंधर खिलाड़ी आईपीएल को कब अलविदा कहता है।