बेंगलुरू। महेन्द्र सिंह धोनी ने रायल चैलेंजर बेंगलोर के खिलाफ इंडियन प्रीमियर लीग मैच के 19वें ओवर में दूसरे छोर पर ड्वेन ब्रावो जैसे बड़े शाट खेलने वाले बल्लेबाज की मौजूदगी के बाद भी तीन बार एक रन लेने से मना किया लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स के कोच ने रविवार को यहां कहा कि वह अंतिम ओवरों में अपने कप्तान की मंशा पर सवाल नहीं उठा सकते।
चेन्नई को अंतिम दो ओवरों में जीत के लिए 36 रन चाहिए थे लेकिन नवदीप सैनी के 19 ओवर में धोनी ने तीन बार एक रन के लिए दौड़ने से मना कर दिया। इस ओवर में सिर्फ 10 रन बने जिसमें नो बाल पर छक्का शामिल था। आखिरी ओवर में टीम को 26 रन चाहिए थे और धोनी ने उमेश यादव की पहली पांच गेंद पर 24 रन बना लिए लेकिन अंतिम गेंद पर शारदुल ठाकुर रन आउट हो गये जिससे आरसीबी ने इस मैच को एक रन से जीत लिया।
फ्लेमिंग ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘धोनी चीजों का आकलन इतने सटीक तरीके से करते है कि अंतिम के ओवरों में आप उनकी मंशा पर सवाल नहीं उठा सकते। हां, ब्रावो के पास भी बड़े शाट खेलने की क्षमता है लेकिन धोनी को लगा कि वह इस तरह से मैच जीता देंगे। मै हर समय उनका समर्थन करूंगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने से पहले भी ऐसा (सफलता पूर्वक लक्ष्य का पीछा) कई बार किया है, आज (रविवार) भी वह हमें जीत के इतने करीब ले गये इसलिए मैं उनकी मंशा पर कभी सवाल नहीं करूंगा।’’