आईपीएल के 11वें सीजन को शुरू होने में अब बस कुछ ही दिन का समय बाकी रह गया है। टूर्नामेंट के लिए फैंस और खिलाड़ियों में काफी उत्सुक्ता देखने को मिल रही है। हाल ही मे दक्षिण अफ्रीका में गेंद से छेड़छाड़ विवाद ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया और आईपीएल भी इससे दूर नहीं रह सका। दरअसल, 3 में से जिन 2 खिलाड़ियों पर 1 साल का बैन लगा है वो अपनी-अपनी टीमों के कप्तान थे। लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने दोनों खिलाड़ियों पर बैन लगा दिया और इस कारण आईपीएल के इस सीजन में कुछ ऐसा होने वाला है जो इससे पहले इतिहास में कभी भी नहीं हुआ। अब आपके मन में ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर ऐसा क्या अलग होने वाला है आईपीएल के इस सीजन में और इससे स्मिथ-वॉर्नर का क्या लेना-देना है। तो आपकी उत्सुक्ता को और ना बढ़ाते हुए आइए आपको बताते हैं कि इस बार आईपीएल में क्या ऐसा होने वाला है जो अब तक नहीं हुआ।
सभी टीमों की बागडोर भारतीय खिलाड़ियों के हाथ में: आईपीएल-11 में सारी टीमों के कप्तान भारतीय खिलाड़ी बन सकते हैं। सात टीमों के कप्तान तो भारतीय खिलाड़ी तय हो चुके हैं लेकिन सनराइजर्स हैदराबाद को अभी अपनी टीम का कप्तान बनाना है। माना जा रहा है कि हैदराबाद की टीम भारतीय सुपरस्टार शिखर धवन के कंधों पर कप्तानी की जिम्मेदारी सौंप सकती है। अगर ऐसा होता है तो आईपीएल के अब तक के इतिहास में पहली बार होगा जब सारी टीमों के कप्तान भारतीय खिलाड़ी होंगे। इससे पहले कभी भी ऐसा नहीं हुआ है।
किस टीम की कप्तानी किस के हाथ में?
मुंबई इंडियंस: मुंबई टीम की कमान पिछली बार की ही तरह रोहित शर्मा के हाथ में होगी। मुंबई इस टूर्नामेंट की डिफेंडिंग चैंपियन है और उन्होंने पिछले साल रोहित शर्मा की कप्तानी में जीत हासिल की थी। ऐसे में फिर से टीम रोहित की कप्तानी में जलवा दिखाने को तैयार नजर आ रही है।
राजस्थान रॉयल्स: 2 साल बाद आईपीएल में वापसी कर रही राजस्थान रॉयल्स की टीम ने दुनिया के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी स्टीवन स्मिथ को कप्तान बनाया था। लेकिन गेंद से छेड़छाड़ मामले में नाम आने के बाद स्मिथ पर 1 साल का बैन लग गया और उनकी जगह अजिंक्य रहाणे को कप्तानी सौंप दी गई है।
दिल्ली डेयरडेविल्स: दिल्ली की टीम अब तक एक बार भी खिताब नहीं जीत पाई है। टीम को अब तक सही कप्तान और प्लेइंग इलेवन नहीं मिल सकी थी। लेकिन इस सीजन में गौतम गंभीर के रूप में उनके पास बेहतरीन खिलाड़ी और कप्तान है। गंभीर का अनुभव टीम के काम जरूर आएगा और गंभीर में टीम मैनेजमेंट मैच विनर कप्तान देख रही है।
कोलकाता नाइट राइडर्स: गंभीर के जाने के बाद कप्तान की कुर्सी खाली थी। कप्तानी के लिए रॉबिन उथप्पा, दिनेश कार्तिक और क्रिस लिन में कड़ी टक्कर देखने को मिल रही थी। हालांकि मैनेजमेंट ने दिनेश कार्तिक को कप्तान बना कर कुछ अलग करने की कोशिश की है।
चेन्नई सुपर किंग्स: चेन्नई सुपर किंग्स की बात करें तो टीम की कमान एम एस धोनी के हाथ में रहेगी। 2 साल के बैन के बाद वापस लौट रही चेन्नई ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि धोनी ही उनके कप्तान होंगे। और टीम ने अपने फैसले को बरकरार रखा।
सनराइजर्स हैदराबाद: सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिए पिछला सीजन काफी अच्छा रहा था। डेविड वॉर्नर ने जबसे टीम की कप्तानी संभाली थी तबसे ही टीम शानदार खेल दिखा रही थी। लेकिन इस बार वॉर्नर पर बैन लग गया है और इस कारण वॉर्नर आईपीएल से बाहर रहेंगे। माना जा रहा है कि मैनेजमेंट उनकी जगह शिखर धवन को कप्तान बना सकता है।
रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू: आईपीएल इतिहास की कागजों पर सबसे मजबूत दिखने वाले रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू की टीम का कप्तान भी पहले ही तय था। हर कोई जानता था कि विराट कोहली ही टीम की कप्तानी जारी रखेंगे और फ्रेंचाइजियों ने भी क्रिकेट के सुपरस्टार को ही कप्तान बनाए रखा।
किंग्स इलेवन पंजाब: प्रीति जिंटा की टीम ने इस बार अपनी टीम का कप्तान उस खिलाड़ी को बनाया है जो पिछले कई साल से धोनी की टीम में था। पंजाब ने अश्विन के हाथों में कप्तानी सौंपी है और माना जा रहा है कि अश्विन धोनी के बहुत करीबी हैं और इस लिहाज से वो कप्तानी के काफी सारे गुर भी सीख गए हैं।